हरिद्वारः हर साल भाद्रपद कृष्ण की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त (सोमवार) को पड़ रहा है. खास बात ये है कि इस बार की कृष्ण जन्माष्टमी अन्य जन्माष्टमियों से स्पेशल है. क्योंकि इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष योग बन रहे हैं, जो भगवान कृष्ण के जन्म के दौरान ही बने थे. वहीं इस विशेष योग वाली कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भक्तों में काफी उत्साह भी है. हरिद्वार के ज्योतिष आचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी ने कृष्ण जन्माष्टमी पर बन रहे विशेष योग के बारे में जानकारी दी है.
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि जन्माष्टमी का समय पुण्य समय होता है. लेकिन इस बार योग अति उत्तम बन रहा है. जिसे श्री कृष्ण जयंती योग कहा गया है. आसान शब्दों में समझे तो चंद्रोदय व्यापिनी रोहिणी नक्षत्र रात को 12 बजे उपस्थित है. वही दिन और तिथि पड़ रही है जिस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. इस योग का नाम ही रोहिणी नक्षत्र में कृष्ण जयंती योग कहलाता है. ऐसा दुर्लभ योग कई हजार साल बाद पड़ रहा है.
पंडित मनोज ने बताया कि इस योग के प्रभाव से, जिन लोगों को संतान की प्राप्ति नहीं हो पा रही है, यदि वे कृष्ण जन्माष्टमी पर उपवास रखकर रात 12 तक विशेष तौर पर और अगले दिन यानी नंदोत्सव वाले दिन चांदी की बांसुरी भगवान श्री कृष्ण को अर्पण करेंगे तो उन लोगों को संतान की प्राप्ति होगी. साथ ही उनकी अन्य इच्छा भी पूर्ण होगी. वहीं जिन लोगों का दांपत्य जीवन में दुख है, वे इस दिन विशेष तौर पर रस वाली मिठाई लोगों को प्रसाद के रूप में बांटे और मंदिर में दर्शन कर भगवान को हरी वस्तुएं भेंट करें तो उनका दांपत्य जीवन आनंद से भर जाएगा.
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