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अर्जुन की मौत कैसे हुई? न्याय मांगते मांगते थके मां-बाप ने की आत्मदाह की कोशिश - HARDA ATTEMPTED SELF IMMOLATION

हरदा में एक दंपत्ति ने आत्मदाह करने का प्रयास किया. बेटे की मौत के बाद डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

HARDA YOUTH DIED APPENDIX
हरदा में अपेंडिक्स की वजह से युवक की मौत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 29, 2025, 2:02 PM IST

Updated : Jan 29, 2025, 2:11 PM IST

हरदा: मंगलवार को हरदा में एक दंपत्ति ने कलेक्ट्रेट के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया. पुलिस की तत्परता से किसी अप्रिय घटना होने से रोक लिया गया. दंपत्ति का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उनके बेटे की जान चली गई. अब वे ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने सरकार से 1 करोड़ रुपए मुआवजे की भी मांग की है.

भोपाल एम्स में इलाज के दौरान युवक की मौत

हरदा जिले के ग्राम जालौद के रहना वाला अर्जुन घुराये (उम्र 20 साल) अपेंडिक्स बीमारी से पीड़ित था. पिछले साल 17 सितंबर को डॉ. भरत काटकर ने अर्जुन के अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था, लेकिन ऑपरेशन के बाद अर्जुन की हालत और ज्यादा खराब हो गई. परिजन 16 अक्टूबर को इलाज के लिए भोपाल एम्स लेकर गए. जहां 9 दिसंबर को अर्जुन की मौत हो गई. परिजन ने डॉ. भरत पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनको मौत का जिम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने मामला नहीं दर्ज किया.

मृतक के माता-पिता ने आत्मदाह का प्रयास किया (ETV Bharat)

मृतक के माता-पिता ने आत्मदाह का किया प्रयास

पुलिस द्वारा शिकायत नहीं दर्ज किए जाने से नाराज मृतक के परिजन और रिश्तेदारों ने मंगलवार को हरदा कलेक्ट्रेट का घेराव किया. उन्होंने कलेक्टर से मिलने की मांग की, लेकिन कलेक्टर द्वारा नहीं मिलने से आक्रोशित मृतक की मां सुमंत्रा और पिता संतोष ने आत्मदाह करने का प्रयास किया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक लिया. हालांकि सुमंत्रा की तबीयत बिगड़ गई. परिजन ने उन्हें अस्पताल ले जाने से मना कर दिया और अपनी मांग पर अड़े रहे.

HARDA DOCTOR ACCUSED OF NEGLIGENCE
परिजन ने प्रशासन के सामने अपनी मांगे रखी (ETV Bharat)

परिजन ने प्रशासन के सामने रखी अपनी मांग

मृतक के परिजन की मांग है कि डॉ. भरत काटकर का लाइसेंस रद्द कर उनका क्लीनिक तत्काल सील किया जाए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनको तुरंत जेल भेजा जाए. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश सरकार से एक करोड़ रुपए की सहायता राशि की भी मांग की. साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग रखी है.

'डॉक्टर ने एब्डोमेन गलत काट दिया था'

मृतक के चाचा सुनील कुमार का कहना है कि "भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि पहले ऑपरेशन में डॉक्टर ने गलती की है. उसने एब्डोमेन (उदर) को गलत काट दिया है. लीवर ओवरलैप हो गया है. हम डॉ. भरत काटकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उसके खिलाफ पुलिस ने मामला तक नहीं दर्ज किया है. हम कलेक्टर से मिलना चाहते हैं, लेकिन कलेक्टर भी हमारी नहीं सुन रहे हैं."

हरदा एसडीओपी अर्चना शर्मा ने बताया कि "परिजन की शिकायत मिली है. वे डॉ. भरत काटकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सीएमओ द्वारा टीम गठित करके मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी."

हरदा: मंगलवार को हरदा में एक दंपत्ति ने कलेक्ट्रेट के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया. पुलिस की तत्परता से किसी अप्रिय घटना होने से रोक लिया गया. दंपत्ति का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उनके बेटे की जान चली गई. अब वे ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने सरकार से 1 करोड़ रुपए मुआवजे की भी मांग की है.

भोपाल एम्स में इलाज के दौरान युवक की मौत

हरदा जिले के ग्राम जालौद के रहना वाला अर्जुन घुराये (उम्र 20 साल) अपेंडिक्स बीमारी से पीड़ित था. पिछले साल 17 सितंबर को डॉ. भरत काटकर ने अर्जुन के अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था, लेकिन ऑपरेशन के बाद अर्जुन की हालत और ज्यादा खराब हो गई. परिजन 16 अक्टूबर को इलाज के लिए भोपाल एम्स लेकर गए. जहां 9 दिसंबर को अर्जुन की मौत हो गई. परिजन ने डॉ. भरत पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनको मौत का जिम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने मामला नहीं दर्ज किया.

मृतक के माता-पिता ने आत्मदाह का प्रयास किया (ETV Bharat)

मृतक के माता-पिता ने आत्मदाह का किया प्रयास

पुलिस द्वारा शिकायत नहीं दर्ज किए जाने से नाराज मृतक के परिजन और रिश्तेदारों ने मंगलवार को हरदा कलेक्ट्रेट का घेराव किया. उन्होंने कलेक्टर से मिलने की मांग की, लेकिन कलेक्टर द्वारा नहीं मिलने से आक्रोशित मृतक की मां सुमंत्रा और पिता संतोष ने आत्मदाह करने का प्रयास किया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक लिया. हालांकि सुमंत्रा की तबीयत बिगड़ गई. परिजन ने उन्हें अस्पताल ले जाने से मना कर दिया और अपनी मांग पर अड़े रहे.

HARDA DOCTOR ACCUSED OF NEGLIGENCE
परिजन ने प्रशासन के सामने अपनी मांगे रखी (ETV Bharat)

परिजन ने प्रशासन के सामने रखी अपनी मांग

मृतक के परिजन की मांग है कि डॉ. भरत काटकर का लाइसेंस रद्द कर उनका क्लीनिक तत्काल सील किया जाए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनको तुरंत जेल भेजा जाए. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश सरकार से एक करोड़ रुपए की सहायता राशि की भी मांग की. साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग रखी है.

'डॉक्टर ने एब्डोमेन गलत काट दिया था'

मृतक के चाचा सुनील कुमार का कहना है कि "भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि पहले ऑपरेशन में डॉक्टर ने गलती की है. उसने एब्डोमेन (उदर) को गलत काट दिया है. लीवर ओवरलैप हो गया है. हम डॉ. भरत काटकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उसके खिलाफ पुलिस ने मामला तक नहीं दर्ज किया है. हम कलेक्टर से मिलना चाहते हैं, लेकिन कलेक्टर भी हमारी नहीं सुन रहे हैं."

हरदा एसडीओपी अर्चना शर्मा ने बताया कि "परिजन की शिकायत मिली है. वे डॉ. भरत काटकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सीएमओ द्वारा टीम गठित करके मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी."

Last Updated : Jan 29, 2025, 2:11 PM IST
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