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घोड़ा पछाड़ नदी में तैयार हो रहा लक्ष्मण झूला, 1500 गांव की बस्ती को मिलेगी राहत, जुगाड़ की नाव से मिलेगा छुटकारा - Bridge On Ghoda Pachad River

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 1 hours ago

बूंदी के बरुंधन कस्बे और नदीपार बरुंधन के बीच 1.26 करोड़ की लागत से मिनी हैंगिंग ब्रिज लगभग तैयार हो चुका है. इसके संचालित होने से ग्रामीणों को जुगाड़ की नाव के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा.

Hanging bridge on Ghoda Pachhad river
घोड़ा पछाड़ नदी पर हैंगिंग ब्रिज लगभग तैयार (ETV Bharat Bundi)

बूंदी: जिले के बरुंधन कस्बे व नदीपार बरुंधन के बीच होकर निकल रही घोड़ा पछाड़ नदी पर बन रहे हैंगिंग ब्रिज का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. कार्य के जल्द पूरा होने पर गांव के लोग प्रसन्न हैं.

गांव के विष्णु राठौड़ ने बताया कि बरूंधन गांव की घोड़ा पछाड़ नदी पर बन रहे ग्रामीणों के सपनों के लक्ष्मण झूले के निर्माण हो जाने के बाद ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को अब रोज जान जोखिम में डाल कर जुगाड़ की नाव के भरोसे नदी पार नहीं करनी पड़ेगी. बस्ती के करीब से निकल रही 35 फीट गहरी घोड़ा पछाड़ नदी पर 1.26 करोड़ की लागत से बन रहे पुल का काम पूरा होने वाला है. पैदल राहगीरों के लिए इस नदी पर हाड़ौती का पहला मिनी हैगिंग ब्रिज बन रहा है.

पढ़ें: मोनेटाइजेशन स्कीम में हैंगिंग ब्रिज को दिया गया लीज पर, कोटा के वाहनों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन - KOTA HANGING BRIDGE

300 फीट लंबा लक्ष्मण झूला बनकर लगभग तैयार है, जिसकी चौड़ाई साढ़े चार फीट होगी. हैंगिंग पूल बनने से 1500 घरों की आबादी अब नाव के भरोसे नहीं रहेगी. ग्रामीणों के अनुसार बरूंधन ग्राम पंचायत की नदी पार नाव घाट का टापरा बैरवा बस्ती में करीब 1500 लोग बसे हुए हैं. इस बस्ती के करीब 200 बच्चे रोज पढ़ाई के लिए नाव में बैठकर बरूंधन आते हैं. ग्रामीणों को भी बरूंधन आने के लिए इसी नाव का सहारा लेना पड़ता है.

पढ़ें: खदान में एडवेंचर टूरिज्म प्वाइंट विकसित करने की तैयारी, रोप-वे और हैंगिंग ब्रिज होंगे मुख्य आकर्षण केंद्र...

बारिश के दिनों में नाव बंद करने से करीब तीन माह तक इस बस्ती के बच्चे पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं आ पाते थे. ग्रामीण बीते 30 वर्षों से यहां पुलिया निर्माण की मांग उठा रहे थे. यहां बरूंधन ग्राम पंचायत के 9, 10 व 11 वार्ड हैं. पुल बनने के बाद अब बच्चों को पढ़ाई के लिए रुकना नहीं पड़ेगा, तो वहीं ग्रामीणों की राह भी आसान होगी. हैंगिंग पुल पर अगले माह से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा.

बूंदी: जिले के बरुंधन कस्बे व नदीपार बरुंधन के बीच होकर निकल रही घोड़ा पछाड़ नदी पर बन रहे हैंगिंग ब्रिज का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. कार्य के जल्द पूरा होने पर गांव के लोग प्रसन्न हैं.

गांव के विष्णु राठौड़ ने बताया कि बरूंधन गांव की घोड़ा पछाड़ नदी पर बन रहे ग्रामीणों के सपनों के लक्ष्मण झूले के निर्माण हो जाने के बाद ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को अब रोज जान जोखिम में डाल कर जुगाड़ की नाव के भरोसे नदी पार नहीं करनी पड़ेगी. बस्ती के करीब से निकल रही 35 फीट गहरी घोड़ा पछाड़ नदी पर 1.26 करोड़ की लागत से बन रहे पुल का काम पूरा होने वाला है. पैदल राहगीरों के लिए इस नदी पर हाड़ौती का पहला मिनी हैगिंग ब्रिज बन रहा है.

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300 फीट लंबा लक्ष्मण झूला बनकर लगभग तैयार है, जिसकी चौड़ाई साढ़े चार फीट होगी. हैंगिंग पूल बनने से 1500 घरों की आबादी अब नाव के भरोसे नहीं रहेगी. ग्रामीणों के अनुसार बरूंधन ग्राम पंचायत की नदी पार नाव घाट का टापरा बैरवा बस्ती में करीब 1500 लोग बसे हुए हैं. इस बस्ती के करीब 200 बच्चे रोज पढ़ाई के लिए नाव में बैठकर बरूंधन आते हैं. ग्रामीणों को भी बरूंधन आने के लिए इसी नाव का सहारा लेना पड़ता है.

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बारिश के दिनों में नाव बंद करने से करीब तीन माह तक इस बस्ती के बच्चे पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं आ पाते थे. ग्रामीण बीते 30 वर्षों से यहां पुलिया निर्माण की मांग उठा रहे थे. यहां बरूंधन ग्राम पंचायत के 9, 10 व 11 वार्ड हैं. पुल बनने के बाद अब बच्चों को पढ़ाई के लिए रुकना नहीं पड़ेगा, तो वहीं ग्रामीणों की राह भी आसान होगी. हैंगिंग पुल पर अगले माह से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा.

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