बालोद : बालोद जिले के युवा बेरोजगारों ने जिले में निकाली गई भर्ती के विरोध में प्रदर्शन किया है. बेरोजगारों ने अर्धनग्न होकर कलेक्टोरेट के बाहर प्रदर्शन किया. बेरोजगार युवाओं ने भर्ती को संशोधित करने या फिर रद्द करने की मांग की है. इसके बाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के डेलिगेट्स को चर्चा के लिए बुलाया.
क्या है युवाओं की मांग : स्थानीय अभ्यर्थियों की मांग है कि स्थानीय शासकीय कार्यालय में लंबे समय से काम कर रहे लोगों को भर्ती में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है. जबकि अन्य जिलों में उन्हें काम के आधार पर बोनस अंक मिल रहा है, केवल बालोद जिले में वाहन चालकों को ही बोनस अंक भर्ती प्रक्रिया में दिए गए हैं. इस भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप भी सामने आया है. जिसमें मेरिट सूची में आई लड़की के अंक बालोद सहित अन्य जिले में भिन्न पाया गया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा है.
''मेरिट के आधार पर भर्ती की जा रही है.जिसका हम विरोध करते हैं.इस भर्ती में लिखित परीक्षा का आयोजन होना चाहिए.क्योंकि कोरोना काल में जो लोग पास हुए हैं उन्हें घर बैठे बेतहाशा अंक दिए गए हैं.जिससे दूसरे अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिला है.''- घनश्याम चंद्राकर, प्रदर्शनकारी
वहीं प्रदर्शनकारी नरेश साहू की माने तो इसके साथ ही स्टेनोग्राफर के पद के लिए कोपा पी.जी.डी.सी.ए. एवं डी.सी.ए. वाले अभ्यर्थी को पात्र कर दस्तावेज सत्यापन के लिए आमंत्रित किया गया है. चतुर्थ श्रेणी के पद सूची में ग्रेडिंग सिस्टम का पालन नहीं किया गया है. अभ्यर्थी द्वारा जो भी अंक या प्रतिशत डाला गया है उसी के अनुसार मेरिट सूची जारी कर दी गई है. छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों में ग्रेड अनुसार एक नीयत अंक प्रतिशत निर्धारित कर भर्ती की गई है.
मेरिट स्थान लाने वाली लड़की के नंबर अलग-अलग : बालोद जिले में अंजलि नाम की लड़की ने मेरिट में स्थान प्राप्त किया है. उसके अंक बालोद और मुंगेली जिले में अलग-अलग मिले हैं.जिसे लेकर मुंगेली जिले के अभ्यर्थी भी विरोध कर रहे हैं. स्टेनोग्राफर की सूची में अंजली नाम की लड़की जिसका आवेदन कमांक 1036500 है. उसे गारियाबंद जिले में 500 में 402 अंक और बालोद जिले में 500 में 455 अंक मिले हैं. इस कारण से अंजली बालोद में प्रथम नंबर पर है.