देवघर: चंपाई सोरेन की नाराजगी के बाद झारखंड का सियासी पारा काफी उफान पर चढ़ा हुआ है. चंपाई सोरेन का भाजपा में शामिल होने की जो अटकलें चल रही थी, उसपर सस्पेंस बरकरार है. चंपाई सोरेन ने एक्स पोस्ट के जरिए अपनी बात कही. एक्स पोस्ट पर लिखते हुए कहा कि उन्हें जब मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तो उन्हें काफी दुख हुआ था. उन्होंने कहा कि जब उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तो वो यह सोचने को मजबूर हो गए कि जिस पार्टी को उन्होंने अपना सर्वस्व दे दिया तो आज उसी पार्टी ने उन्हें अपमानित कर मुख्यमंत्री पद से हटा दिया. जिसको लेकर चंपाई सोरेन दिल्ली भी गए और उनके दिल्ली जाने के बाद राज्य की राजनीति तेज हो गई.
चंपाई सोरेन के एक्स पर पोस्ट किए जाने के बाद जेएमएम के वरिष्ठ नेता सह मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चंपाई सोरेन ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे पार्टी को क्षति होगी. मंत्री हफीजुल हसन ने ये भी कहा कि यदि चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाया कौन था. यदि हेमंत सोरेन ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया तो उन्होंने हटाया भी. इसमें नाराजगी जाहिर नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जब झूठा आरोप लगाकर तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजा गया तो उस समय पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के नाते इन्हें मुख्यमंत्री पद दिया गया, लेकिन जब वह जेल से बाहर आ गए तो फिर मुख्यमंत्री पद पर हेमंत सोरेन ने शपथ ले ली.
मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि पूरे प्रकरण में जो कुछ हुआ वह संवैधानिक रूप से हुआ है. चंपाई सोरेन को इसे मामले पर नाराजगी जाहिर नहीं करनी चाहिए. उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि यदि चंपाई सोरेन पार्टी के खिलाफ कोई भी काम करते हैं तो इससे पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगी. गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के एक्स पर पोस्ट किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं.