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संभल जाएं ग्वालियरवासी, पानी की फिजूलखर्ची पर नहीं लगाई रोक तो भुगतने होंगे ऐसे परिणाम - Tighra Dam Water Left 31st July - TIGHRA DAM WATER LEFT 31ST JULY

लोगों ने यदि पानी की फिजूलखर्ची पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले और कुछ सालों में भयानक परिणाम देखने मिलेंगे. ग्वालियर की बात करें तो यहां तिघरा बांध में सिर्फ 31 जुलाई तक के लिए पानी बचा है. ऐसे में यदि अच्छी बारिश नहीं हुई तो ग्वालियर ही नहीं दूसरे शहरों में भी जलसंकट गहरा सकता है.

WATER CRISIS IN GWALIOR
ग्वालियर में जलसंकट (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 31, 2024, 3:51 PM IST

ग्वालियर। शहर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला तिघरा बांध इन दिनों खाली होने की कगार पर है. जानकारी के मुताबिक तिघरा बांध में फिलहाल 31 जुलाई तक का पानी बचा है. 4 महीने पहले नगर निगम के सुझाव पर जिला प्रशासन ने एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई शुरू की है, वहीं एक सैकड़ा से ज्यादा नलकूपों से भी दूर दराज के क्षेत्र में टैंकर और अन्य साधनों से पानी की आपूर्ति की जा रही है. तिघरा बांध से कनेक्ट पेहसारी और ककैटो बांध के डेड स्टॉक से पानी तिघरा बांध तक लाने के लिए एक प्रस्ताव जिला प्रशासन ने राहत आयुक्त भोपाल को मंजूरी के लिए भेजा है.

तिघरा बांध में फिलहाल 31 जुलाई तक का पानी बचा (ETV Bharat)

एक दिन छोड़कर हो रही पानी की सप्लाई

तिघरा बांध में फिलहाल 31 जुलाई तक का पानी बचा है. ऐसे में 4 महीने पहले नगर निगम के सुझाव पर जिला प्रशासन ने एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई शुरू कर दी थी. बता दें कि अंचल में पिछले 2 सालों से सामान्य से कम बारिश हो रही है. पिछले साल तो लगभग 100 मिली मीटर पानी कम बरसा था, जिसके कारण तिघरा सहित अन्य बांध खाली रह गए थे फिर भी प्रशासन ने शहर में नियमित पानी की आपूर्ति जारी रखी.

तिघरा से जुड़े बांध से पानी लाने का भेजा प्रस्ताव

इस मामले में कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि "जिले के जल स्रोतों पर निरंतर प्रशासन नजर रख रहा है. फिलहाल शहर में पानी की सप्लाई एक दिन छोड़कर की जा रही है. मुख्य स्रोत तिघरा बांध में 31 जुलाई तक के लिए पानी बचा हुआ है लेकिन बारिश न होने की स्थिति में जल संकट पैदा हो सकता है. इसलिए तिघरा बांध से जुड़े ककैटो और पेहसारी से पानी लाने की बेहद खर्चीली योजना को मंजूरी के लिए प्रस्ताव बनाकर राज्य शासन को भेजा गया है."

पानी की फिजूलखर्ची पर रोक की अपील

कलेक्टर रुचिका चौहान ने लोगों से भी अपील की है "कि वह पानी की फिजूल खर्ची नहीं करें. नगर निगम ने भी वाहन धुलाई केंद्रों पर रोक लगा रखी है. लोगों को भी जरूरत का पानी खर्च करने की सलाह दी गई है. जिले में कहीं कोई पानी की समस्या है उसे जल्द सुधार कर लोगों तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है, जिससे नागरिकों को पानी की समस्या का सामना न करना पड़े. वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पंचायत की मदद से लोगों तक पानी पहुंचाया जा रहा है. नल जल योजना को भी पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं."

ये भी पढ़ें:

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1100 साल पुरानी टेक्नोलॉजी का कमाल, गर्मी-अकाल कुछ भी पड़े, नहीं होता रायसेन किले में पानी खत्म

इस बार अच्छी बारिश के आसार

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा जिसके कारण बारिश भी पर्याप्त होगी. कलेक्टर ने बताया कि शहर के दूर दराज और पहाड़ी वाले हिस्से में पाइपलाइन नहीं होने पर वहां टैंकर से पानी भिजवाया जा रहा है. जहां पाइपलाइन है वहां मोटर लगाकर पानी की सप्लाई की तैयारी की जा रही है, जिससे पाइप लाइन का सदुपयोग हो सके.

ग्वालियर। शहर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला तिघरा बांध इन दिनों खाली होने की कगार पर है. जानकारी के मुताबिक तिघरा बांध में फिलहाल 31 जुलाई तक का पानी बचा है. 4 महीने पहले नगर निगम के सुझाव पर जिला प्रशासन ने एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई शुरू की है, वहीं एक सैकड़ा से ज्यादा नलकूपों से भी दूर दराज के क्षेत्र में टैंकर और अन्य साधनों से पानी की आपूर्ति की जा रही है. तिघरा बांध से कनेक्ट पेहसारी और ककैटो बांध के डेड स्टॉक से पानी तिघरा बांध तक लाने के लिए एक प्रस्ताव जिला प्रशासन ने राहत आयुक्त भोपाल को मंजूरी के लिए भेजा है.

तिघरा बांध में फिलहाल 31 जुलाई तक का पानी बचा (ETV Bharat)

एक दिन छोड़कर हो रही पानी की सप्लाई

तिघरा बांध में फिलहाल 31 जुलाई तक का पानी बचा है. ऐसे में 4 महीने पहले नगर निगम के सुझाव पर जिला प्रशासन ने एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई शुरू कर दी थी. बता दें कि अंचल में पिछले 2 सालों से सामान्य से कम बारिश हो रही है. पिछले साल तो लगभग 100 मिली मीटर पानी कम बरसा था, जिसके कारण तिघरा सहित अन्य बांध खाली रह गए थे फिर भी प्रशासन ने शहर में नियमित पानी की आपूर्ति जारी रखी.

तिघरा से जुड़े बांध से पानी लाने का भेजा प्रस्ताव

इस मामले में कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि "जिले के जल स्रोतों पर निरंतर प्रशासन नजर रख रहा है. फिलहाल शहर में पानी की सप्लाई एक दिन छोड़कर की जा रही है. मुख्य स्रोत तिघरा बांध में 31 जुलाई तक के लिए पानी बचा हुआ है लेकिन बारिश न होने की स्थिति में जल संकट पैदा हो सकता है. इसलिए तिघरा बांध से जुड़े ककैटो और पेहसारी से पानी लाने की बेहद खर्चीली योजना को मंजूरी के लिए प्रस्ताव बनाकर राज्य शासन को भेजा गया है."

पानी की फिजूलखर्ची पर रोक की अपील

कलेक्टर रुचिका चौहान ने लोगों से भी अपील की है "कि वह पानी की फिजूल खर्ची नहीं करें. नगर निगम ने भी वाहन धुलाई केंद्रों पर रोक लगा रखी है. लोगों को भी जरूरत का पानी खर्च करने की सलाह दी गई है. जिले में कहीं कोई पानी की समस्या है उसे जल्द सुधार कर लोगों तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है, जिससे नागरिकों को पानी की समस्या का सामना न करना पड़े. वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पंचायत की मदद से लोगों तक पानी पहुंचाया जा रहा है. नल जल योजना को भी पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं."

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इस बार अच्छी बारिश के आसार

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा जिसके कारण बारिश भी पर्याप्त होगी. कलेक्टर ने बताया कि शहर के दूर दराज और पहाड़ी वाले हिस्से में पाइपलाइन नहीं होने पर वहां टैंकर से पानी भिजवाया जा रहा है. जहां पाइपलाइन है वहां मोटर लगाकर पानी की सप्लाई की तैयारी की जा रही है, जिससे पाइप लाइन का सदुपयोग हो सके.

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