ग्वालियर: तानसेन समारोह का इस साल शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है. ऐसे में इस बार तानसेन समारोह के मुख्य मंच की थीम महेश्वर के किले पर रखी गई है. इसकी सुंदरता और भव्यता को दर्शाने के लिए 5D लुक में 40 वाय 80 का भव्य मंच तैयार किया जाएगा.
महेश्वर किले की थीम पर तैयार होगा भव्य मंच
तानसेन समारोह के दौरान हर साल मुख्य मंच को प्रदेश की कला संस्कृति के आधार पर तैयार कराया जाता है. संस्कृति विभाग ने इस बार ग्वालियर के हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर होने वाले 100वें तानसेन समारोह में महेश्वर किले की थीम पर भव्य मंच तैयार कराये जाने का निर्णय किया है. नर्मदा नदी के किनारे बसा महेश्वर शहर सुंदर भव्य घाट के साथ महेश्वरी साड़ियों के लिये प्रसिद्ध है. बता दें कि नर्मदा नदी घाट किनारे बने महेश्वर किले का निर्माण 1700 ई. में होलकर स्टेट की महारानी देवी अहिल्या बाई होलकर ने करवाया था. ये किला आज भी होलकर राजवंश के साथ रानी अहिल्याबाई के शासनकाल की गौरव गाथा का बखान करता है.
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150 भारतीय और 10 विदेशी कलाकार देंगे प्रस्तुति
तानसेन समारोह का आगाज 14 दिसंबर को होगा. 15 दिसम्बर को मुख्य कार्यक्रम समाधि स्थल पर आयोजित होगा. जिला प्रशासन के मुताबिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शामिल हो सकते हैं. यह कार्यक्रम 19 दिसंबर तक ग्वालियर में आयोजित होगा. जिसमें 150 भारतीय और 10 विदेशी कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. इसके साथ ही लगभग 650 दुर्लभ वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. खास बात यह है कि तानसेन शास्त्रीय संगीत के सुर सम्राट थे,उनका असली नाम रामतनु था और वह 1493 में पैदा हुए थे वहीं उनका निधन 26 अप्रैल 1589 को हुआ था.
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि "इस कार्यक्रम में इस बार ग्वालियर के बच्चों को भी प्रस्तुति का अवसर मिलेगा. इसका प्रस्ताव संस्कृति विभाग को भेजा गया था जिसे स्वीकार कर लिया गया है."