ग्वालियर: संगीत सम्राट तानसेन की नगरी ग्वालियर में हर साल की तरह इस साल भी तानसेन संगीत समारोह का आयोजन होने जा रहा है. शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश और दुनिया के सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव तानसेन समारोह के रंग इस बार कुछ अलग ही होंगे. मंच पर इसमें महेश्वर किले की झलक दिखेगी. यूनेस्को द्वारा सिटी ऑफ म्यूजिक के रूप में चुनी गई संगीत एवं कला की नगरी ग्वालियर में तानसेन समारोह की तैयारियां पूरीं हो चुकी हैं. रविवार से विश्व संगीत तानसेन समारोह की शुरुआत होगी. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव समारोह का शुभारंभ करेंगे.
तानसेन समारोह का शताब्दी वर्ष
सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर में तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष का आगाज 15 दिसम्बर से होगा जो 19 दिसंबर तक चलेगा. सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर शहनाई वादन, ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा एवं मीलाद वाचन से समारोह का पारंपरिक शुभारंभ होगा. समारोह में देश-विदेश के साधक सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर स्वरांजलि और प्रस्तुति देंगे. तानसेन समारोह से एक दिन पहले यानी शनिवार को इंटक मैदान में पूर्व रंग गमक की सभा सजेगी. यहां देश-दुनिया के लोकप्रिय कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. वहीं मुख्य समारोह में 10 संगीत सभाएं होंगी. 18 दिसम्बर को अलंकरण समारोह में देश के ख्यातिनाम तबला वादक पं. स्वपन चौधरी को वर्ष 2023 के तानसेन सम्मान से विभूषित किया जायेगा.
देश विदेश से आएंगे सुप्रसिद्ध कलाकार
ईटीवी भारत से खास बातचीत में संस्कृति संचालनालय के सह संचालक अमित यादव ने बताया कि "इस साल तानसेन समारोह का शताब्दी वर्ष है. ऐसे में शताब्दी वर्ष समारोह में शिरकत करने वाले सभी कलाकार अपनी विशिष्टिता लिए हुए हैं. इस समारोह में प्रमुख आकर्षण के रूप में सुप्रसिद्ध गायक पंडित अजय चक्रबर्ती, शुभा मुदगल, आरती अंकलीकर टिकेकर, बांसुरी वादक रोनू मजूमदार और इनके अलावा फ्रांस, इटली, जापान और इजराइल से विदेशी कलाकार भी आमंत्रित किए गए हैं. इनके अलावा कोलकाता से त्रोइली दत्ता और मौईश्ली दत्ता बहनों की सरोद जुगलबंदी की भी प्रस्तुति होगी."
पहली बार 4 स्थानीय कलाकारों को अवसर
समारोह में अगले 5-7 दिन जो सभाएं होंगी वे संगीत से सराबोर होंगी. देश विदेश से आए कलाकारों की प्रस्तुतियां इन सभाओं को और सुरमई बनाएंगी. सुबह होने वाली सभाओं में विशिष्ट कलाकार शामिल होंगे. इस बार पहली बार ग्वालियर के 4 कलाकारों को भी अवसर दिया जा रहा है. इससे पहले 3 कलाकारों को अवसर दिया गया था.
'विश्व रिकॉर्ड बनाने का होगा प्रयास'
पिछले साल की तरह ही इस बार भी तानसेन समारोह में एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. जिसके बारे में संस्कृति संचालनालय के साथ संचालक अमित यादव ने बताया कि "इस बार हमारे द्वारा विश्व रिकॉर्ड के लिए गंभीर प्रस्तुति के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है. जिसमें 350 कलाकार 8 विभिन्न वाद्ययंत्रों के साथ अपनी प्रस्तुति देंगे. इस प्रस्तुति का संयोजन रोनू मजूमदार करेंगे. यह प्रस्तुति वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा सके यह प्रयास रहेगा. इसके बाद ही मुख्य समारोह की शुरुआत होगी."
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तानसेन समारोह में होंगी 5 खास सभाएं
शानदार समारोह के मुख्य कार्यक्रम में ऐसी 5 सभाएं होंगी, जिसमें एक सभा गुजरी महल में, एक बेहट में जहां संगीत सम्राट तानसेन का जन्म हुआ और एक सभा बटेश्वर में होगी. यह सारी सभाएं तानसेन समारोह के नियमित कार्यक्रमों में होंगी. बता दें कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी और मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा जिला प्रशासन, नगर निगम के सहयोग से हर साल तानसेन संगीत समारोह का आयोजन किया जाता है.