ग्वालियर: आज से एक 16 दिन बाद ग्वालियर के नए स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय T-20 क्रिकेट मैच होना है. स्टेडियम अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है. पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश के चलते पूरे ग्वालियर चंबल-अंचल में नदी नाले उफान पर है. इसी के चलते गुरुवार को हुई बारिश के बाद ग्वालियर के नए नवेले क्रिकेट स्टेडियम में नाले का पानी घुस गया और इन हालातों को लेकर अब MPCA से लेकर BCCI तक परेशान है.
स्टेडियम की दीवार गिरी, अंदर घुसा पानी
स्थिति यह है कि स्टेडियम के पार्किंग एरिया से लेकर एंट्री गेट तक नाले का पानी बहते हुए बाहर निकल रहा है. पूरे परिसर में पानी घुस गया है, गनीमत है पिच बच गई है. वहीं स्टेडियम बाउंड्री वॉल भी गिर गई है. 210 करोड़ की लागत से बने इस स्टेडियम की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. नए स्टेडियम की एक दीवार गिरने की भी खबर है. इन हालातों को देखते हुए वॉटर पम्प के जरिए पानी स्टेडियम से निकालने की व्यवस्था की जा रही है.
केंद्रीय मंत्री ने जतायी नाराजगी, मेंटेनेंस में जुटा प्रशासन
आपको बता दें कि स्टेडियम में बने हालातों को लेकर खुद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी निर्माण कंपनी के अधिकारियों के साथ ही ग्वालियर जिला प्रशासन पर भी इन अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की है. पूरे मामले को लेकर इस संबंध में ग्वालियर कमिश्नर मनोज खत्री का कहना है कि 'जो भी परिस्थितियां बारिश की वजह से यह निर्मित हुई है. उसे देखते हुए ध्यान दिया जा रहा है. आज जो भी हालात है और जो समस्याएं सामने आयी है, इन्हें मैच से पहले ही दुरुस्त करा लिया जाएगा.'
पानी निकासी के लिए करवाए गए बोर
इधर जब इस संबंध में ग्वालियर डिवीजनल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव संजय आहूजा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि "बारिश की वजह से थोड़ी परेशानी हुई है, लेकिन हम व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. फिलहाल अस्थाई रूप से स्टेडियम और उसके आस पास गहरे बोर कराए गए हैं. जिससे यह बोर्ड रिचार्ज बैल की तरह काम करें और इकट्ठा हुआ पानी जमीन में बैठता जाए, हालांकि उनका कहना है कि स्टेडियम में पानी नहीं है और क्रिकेट एसोसिएशन अब पूरी तरह अपना फोकस मैच की तैयारियां पर किये हुए है."