ग्वालियर। लंबे समय तक डकैतों से पीड़ित रहा ग्वालियर चंबल अंचल आज भले ही दस्यु समस्या से मुक्त हो चुका हो लेकिन चंबल में आज भी रह रह कर डकैतों के होने की खबरें सामने आती रहती हैं. रविवार को भी ग्वालियर के भितरवार थाना क्षेत्र के पवाया के जंगलों से पुलिस ने डेढ़ दशक से फरार एक डकैत को गिरफ्तार किया है. इस डकैत का नाम डकैत बादाम सिंह है.
सिंध के किनारे पुलिस ने की थी घेराबंदी
इस पूरे मामले में एएसपी निरंजन शर्मा का कहना है कि," इनामी डकैत बादाम सिंह पर 15 साल से फरार था जिस पर हत्या डकैती सहित 7 मामले दर्ज थे और पूर्व में ग्वालियर आईजी ने 30 हजार का इनाम भी घोषित किया था. उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी डकैत फिर से ऐक्टिव हो गया है कोई वारदात करने की फिराक में है. जिस पर भितरवार पुलिस की टीम बनाकर सिंध नदी किनारे बसे पवाया गांव के जंगलों में पहुंचाई गई थी और वहां से उसकी गिरफ्तारी की गई है. अब ये भी पता लगाया जा रहा है कि वह इतने वर्षों तक कहां फरार था."
चट्टानों का फायदा उठाकर फिर फरार होना चाहता था आरोपी
बताया जा रहा है कि जब टीम डकैत बादाम सिंह को पकड़ने पहुंची तो टीम ने इलाके में घेराबंदी कर ली थी, लेकिन आरोपी को इस बात का पता चल गया तो वह सिंध नदी की ओर भागा, आरोपी जंगल का फायदा उठाकर चट्टानों के बीच से निकलने की फिराक में था लेकिन पुलिस जवानों की तादाद भी काफी थी. ऐसे में खुद को गिरफ्तार होते देख डकैत बादाम सिंह ने फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया, लेकिन जैसे ही उसने फायरिंग के लिए कट्टा लोड किया तब तक पुलिस जवानों ने उसे धर दबोचा.
अपने समय में पुलिस की नाक में कर रखा था दम
गिरफ्तार डकैत की हिस्ट्री खंगालने पर पता चला है कि, उसने 2008 में अपने जमीनी विवाद में एक हत्या की थी. इसके बाद लूट डकैती के साथ ही कई वारदातों को अंजाम दिया. आरोपी डकैत ने अपने समय में पुलिस की नाक में दम कर दिया था. दो बार तो ऐसे मौके भी आए की पुलिस उसे पकड़ने तो पहुंची लेकिन वह चालाकी से पुलिस के हाथ से बच निकलता और पुलिस से छिपने के लिए पड़ोसी राज्यों में भेष बदल कर छिप जाता था. इस बार भी ऐसा ही करने वाला था लेकिन पुलिस की सतर्कता से उसके इरादे फेल हो गए.