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खत्म नहीं हो रहा बत्ती-हूटर का VIP कल्चर, ग्वालियर में हर कोई बन रहा माननीय - GWALIOR VIP CULTURE

ग्वालियर में नेता समर्थक और अधिकारी अपने निजी वाहने पर हूटर और बत्ती लगाकर घूम रहे हैं. जबकि भारत में यह कल्चर बैन है.

LEADERS OFFICERS INSTALL HOOTER
ग्वालियर में नेताओं और अधिकारियों की गाड़ियों पर लगा हूटर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 16, 2025, 4:41 PM IST

Updated : Jan 16, 2025, 4:46 PM IST

ग्वालियर: भारत में निजी गाड़ियों पर हूटर और बत्ती लगाना प्रतिबंधित है. वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिहाज से यह कदम उठाया गया था, लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मानों अधिकारियों और माननीयों के समर्थकों को इस नियम की कोई परवाह ही नहीं है. यहां रोज इस नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जहां नेताओं के समर्थकों की गाड़ियों पर हूटर सलामी दे रहे हैं. तो वहीं, कई पुलिस अफसर भी रुतबा दिखाने के लिए निजी वाहनों पर लाल-नीली बत्तियां लगाकर फर्राटे भर रहे हैं.

नेताओं के समर्थक और अधिकारी हूटर, बत्ती लगा भर रहे फर्राटे

ग्वालियर में नेताओं के तमाम समर्थक ऐसे हैं जो आज भी अपनी गाड़ियों में हूटर लगाए हुए हैं. वे पुलिस के सामने से फर्राटे भरते हुए हुए निकल जाते हैं और पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाती. शहर में यातायात चेकिंग तो लगाई जाती है, लेकिन फिर भी इसपर कोई लगाम नहीं लग रही है. पुलिस विभाग के शासकीय वाहनों में नीली बत्ती लगाए जाने की छूट है, लेकिन थाना प्रभारी से लेकर एएसआई तक कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो अपने निजी वाहनों पर विदेशी पुलिस की तर्ज पर लाल और नीली बत्ती का कॉम्बिनेशन लगवा कर घूम रहे हैं.

LEADERS INSTALL HOOTER ON VEHICLES
नेताओं के समर्थक धड़ल्ले से लाल-नीली बत्ती का कर रहे इस्तेमाल (ETV Bharat)

'किसी भी नियम का पालन पूरी कड़ाई से होना चाहिए'

हूटर और बत्ती के रुतबे को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद विवेक कुमार शेजवलकर कहते हैं, " किसी भी नियम का पालन पूरी कड़ाई से होना चाहिए. इसकी जिम्मेदारी जिला और पुलिस प्रशासन पर होती है. अगर इस तरह की कोई बात सामने आ रही है, तो भले ही हूटर लगाने वाला सत्ता पक्ष का नेता हो, समर्थक या किसी दूसरे दल से हो, पुलिस को पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए."

नेताओं के समर्थक और अधिकारी हूटर, बत्ती लगा भर रहे फर्राटे (ETV Bharat)

'छोटे नेता भी हूटर लगाकर घूम रहे'

कांग्रेस प्रदेश मीडिया सेल उपाध्यक्ष आरपी सिंह कहते हैं, "जिस राज्य में अराजकता हो. शांति और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हो और जहां के ब्यूरोक्रेट्स ठेके पर काम कर रहे हो, तो यह अराजकता का सूचक है. हर व्यक्ति हूटर लगा कर घूम रहा है. गजट नोटिफिकेशन में भी पुलिस अधिकारी जो पेट्रोलिंग या अन्य व्यवस्था में हैं उन्हें छोड़ कर किसी को भी परमिशन नहीं है, लेकिन बीजेपी का छोटा नेता भी हूटर लगा कर घूम रहा है.उस पर कोई अंकुश नहीं है."

उन्होंने यातायात पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, "यहां यातायात पुलिस सिर्फ बाहरी नंबरप्लेट की गाड़ियों से वसूली कर रही है. जब तक कोर्ट का हस्तक्षेप नहीं होगा तब तक किसी पर अंकुश नहीं लग पाएगा."

यातायात विभाग ने कहा- लगातार होती है कार्रवाई

इस मामले को लेकर ग्वालियर यातायात पुलिस का कहना है कि शहर में लगातार कार्रवाई की जाती हैं. यातायात विभाग के डीएसपी अजीत सिंह चौहान ने कहा, " 3 ट्रैफिक थानों के 60 चेकिंग प्वाइंट्स पूरे शहर में लगाए जाते हैं. कई प्राइवेट गाड़ियों में हूटर व बत्ती लगी पाई गई थी तो उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. पुलिस ने इसके लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की थी. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी. नियम सबके लिए एक समान हैं, जो भी नियम का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

ग्वालियर: भारत में निजी गाड़ियों पर हूटर और बत्ती लगाना प्रतिबंधित है. वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिहाज से यह कदम उठाया गया था, लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मानों अधिकारियों और माननीयों के समर्थकों को इस नियम की कोई परवाह ही नहीं है. यहां रोज इस नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जहां नेताओं के समर्थकों की गाड़ियों पर हूटर सलामी दे रहे हैं. तो वहीं, कई पुलिस अफसर भी रुतबा दिखाने के लिए निजी वाहनों पर लाल-नीली बत्तियां लगाकर फर्राटे भर रहे हैं.

नेताओं के समर्थक और अधिकारी हूटर, बत्ती लगा भर रहे फर्राटे

ग्वालियर में नेताओं के तमाम समर्थक ऐसे हैं जो आज भी अपनी गाड़ियों में हूटर लगाए हुए हैं. वे पुलिस के सामने से फर्राटे भरते हुए हुए निकल जाते हैं और पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाती. शहर में यातायात चेकिंग तो लगाई जाती है, लेकिन फिर भी इसपर कोई लगाम नहीं लग रही है. पुलिस विभाग के शासकीय वाहनों में नीली बत्ती लगाए जाने की छूट है, लेकिन थाना प्रभारी से लेकर एएसआई तक कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो अपने निजी वाहनों पर विदेशी पुलिस की तर्ज पर लाल और नीली बत्ती का कॉम्बिनेशन लगवा कर घूम रहे हैं.

LEADERS INSTALL HOOTER ON VEHICLES
नेताओं के समर्थक धड़ल्ले से लाल-नीली बत्ती का कर रहे इस्तेमाल (ETV Bharat)

'किसी भी नियम का पालन पूरी कड़ाई से होना चाहिए'

हूटर और बत्ती के रुतबे को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद विवेक कुमार शेजवलकर कहते हैं, " किसी भी नियम का पालन पूरी कड़ाई से होना चाहिए. इसकी जिम्मेदारी जिला और पुलिस प्रशासन पर होती है. अगर इस तरह की कोई बात सामने आ रही है, तो भले ही हूटर लगाने वाला सत्ता पक्ष का नेता हो, समर्थक या किसी दूसरे दल से हो, पुलिस को पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए."

नेताओं के समर्थक और अधिकारी हूटर, बत्ती लगा भर रहे फर्राटे (ETV Bharat)

'छोटे नेता भी हूटर लगाकर घूम रहे'

कांग्रेस प्रदेश मीडिया सेल उपाध्यक्ष आरपी सिंह कहते हैं, "जिस राज्य में अराजकता हो. शांति और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हो और जहां के ब्यूरोक्रेट्स ठेके पर काम कर रहे हो, तो यह अराजकता का सूचक है. हर व्यक्ति हूटर लगा कर घूम रहा है. गजट नोटिफिकेशन में भी पुलिस अधिकारी जो पेट्रोलिंग या अन्य व्यवस्था में हैं उन्हें छोड़ कर किसी को भी परमिशन नहीं है, लेकिन बीजेपी का छोटा नेता भी हूटर लगा कर घूम रहा है.उस पर कोई अंकुश नहीं है."

उन्होंने यातायात पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, "यहां यातायात पुलिस सिर्फ बाहरी नंबरप्लेट की गाड़ियों से वसूली कर रही है. जब तक कोर्ट का हस्तक्षेप नहीं होगा तब तक किसी पर अंकुश नहीं लग पाएगा."

यातायात विभाग ने कहा- लगातार होती है कार्रवाई

इस मामले को लेकर ग्वालियर यातायात पुलिस का कहना है कि शहर में लगातार कार्रवाई की जाती हैं. यातायात विभाग के डीएसपी अजीत सिंह चौहान ने कहा, " 3 ट्रैफिक थानों के 60 चेकिंग प्वाइंट्स पूरे शहर में लगाए जाते हैं. कई प्राइवेट गाड़ियों में हूटर व बत्ती लगी पाई गई थी तो उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. पुलिस ने इसके लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की थी. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी. नियम सबके लिए एक समान हैं, जो भी नियम का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

Last Updated : Jan 16, 2025, 4:46 PM IST
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