ग्वालियर। शहर के हजार बिस्तर वाले नए अस्पताल में रविवार रात को जूनियर डॉक्टर और मरीज के अटेंडर के बीच हुए विवाद का मामला सोमवार को भी छाया रहा. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर चिकित्सकों ने सोमवार को 2 घंटे तक काम बंद रखा. यह डॉक्टर 12 से दोपहर 2 बजे तक काम पर नहीं आए. उन्होंने कहा कि आए दिन अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अटेंडरों द्वारा मारपीट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं.
जूनियर डॉक्टरों ने की मांग
एक सप्ताह पहले भी कुछ इसी तरह का मामला हुआ था. इसलिए डॉक्टर अब अपनी ड्यूटी को लेकर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उनकी मांग है कि अस्पताल में मरीजों के अटेंडरों की संख्या कई गुना ज्यादा रहती है. ऐसे में वे कम संख्या में अस्पताल में तैनात होते हैं. उनके साथ इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी तो वह काम कैसे करेंगे. इसलिए उन्होंने हर मरीजों के वार्ड में दो गार्ड्स की तैनाती, सायरन व्यवस्था और हथियारबंद सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग की है. यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो जूनियर डॉक्टर बेमियादी हड़ताल करेंगे.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन ने सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दे दी है. सोमवार को जूडा ने दोपहर 12 से 2 बजे तक दो घण्टे काम बंद सांकेतिक हड़ताल कर अपना विरोध दर्ज कराया. जूनियर डाक्टरों ने डॉक्टर्स की सुरक्षा सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर मेडिकल कॉलेज के डीन को ज्ञापन सौंपा है. दरअसल, मेडिकल कॉलेज कैंपस में सोमवार को जूनियर डॉक्टर्स ने इमरजेंसी बैठक बुलाई. जहां रविवार को हुए विवाद मामले पर चर्चा कर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आरकेएस धाकड़ को अपनी मांगों का एक पत्र सौंपा.
जूनियर डॉक्टर और अटेंडर के बीच हुआ था झगड़ा
रविवार को अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल के 1 हजार बिस्तर हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर और अटेंडर के बीच विवाद हो गया था. इलाज कराने आए मरीज के अटेंडर और जूनियर डॉक्टर आपस में झगड़ गए थे. दोनों ने एक दूसरे के साथ मारपीट का आरोप लगाया था. इस दौरान एक जूनियर डॉक्टर प्रशांत के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया, जिसके चलते उसका सिर फट गया और आठ से अधिक टांके आये थे. भिंड जिले के उमेश सिंह नाम के मरीज के अटेंडर से यह विवाद हुआ था.
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डॉक्टर के ड्यूटी रूम में सो गए थे अटेंडर
मरीज के अटेंडर जबरन जूनियर डॉक्टर के ड्यूटी रूम में जाकर सो गए थे. जब इसका विरोध जूनियर डॉक्टर ने किया तो उस पर हमला बोल दिया गया. ऐसे में देर रात कम्पू थाने पर दोनों पक्षों का हाईवोल्टेज हंगामा होता रहा. जहां जूनियर डॉक्टर की शिकायत पर मरीज और उसके परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. वहीं घटना के बाद जूडा ने मांग उठाई है कि यदि उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई तो वह काम बंद कर देंगे. मामले की जानकारी प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंची है.