ETV Bharat / state

परीक्षा बिना टेंशन, जीवाजी विश्विद्यालय में फेल नहीं होंगे छात्र, लागू हुआ गजब प्लान - NEW SUPPLEMENTARY EXAM RULES

जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के छात्र अब 4 बार दे सकेंगे सप्लीमेंट्री परीक्षा. 70 हजार स्टूडेंट्स को मिलेगा सीधा फायदा. ये है पूरा प्लान.

NEW SUPPLEMENTARY EXAM RULES JIWAJI UNIVERSITY GWALIOR
जीवाजी विश्व विद्यालय ग्वालियर (फाइल फोटो) (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 22, 2024, 7:19 AM IST

Updated : Oct 22, 2024, 11:07 AM IST

ग्वालियर: जीवाजी विश्वविद्यालय के छात्रों को अब नई शिक्षा नीति का लाभ मिलेगा, जिसके तहत अब छात्रों को दो नहीं बल्कि 4 बार सप्लीमेंट्री परीक्षा देने का मौका मिलेगा. ये व्यवस्था इस सत्र में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए लागू होगी यानी 2024-25 में जिन छात्रों ने यूजी कोर्सेस के लिए कॉलेजों में एडमिशन लिया है, उन्हें पढ़ाई पूरी करने के लिए अब 6 नहीं बल्कि 7 वर्ष का समय मिल सकेगा.

3 साल पहले यूजी कोर्सेस में लागू हुई थी नई शिक्षा नीति

ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में वैसे तो नई शिक्षा नीति 3 साल पहले 2021 के सत्र से ही बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए और बीसीए डिग्री कोर्सेस के लिए लागू हो चुकी है. तब नई नीति के अनुसार किसी छात्र को सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए दो बार मौके दिए जाते थे, लेकिन इस सत्र से 4 बार सप्लीमेंट्री परीक्षा का मौका दिया जाएगा. जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस फैसले का असर सीधे तौर पर विश्व विद्यालय में अध्ययनरत और संबंधित कॉलेजों में पढ़ रहे फर्स्ट ईयर के करीब 70 हजार छात्र-छात्राओं को होगा. जिनमें सबसे करीब अधिक 20 हजार छात्र बीकॉम से हैं.

जून में रिजल्ट और सप्लीमेंट्री परीक्षा सितंबर में होगी

वहीं इस साल बीए में लगभग 18500 छात्रों ने प्रवेश लिया है. तीसरे स्थान पर 17 हजार छात्र बीएससी में प्रवेश लेने वाले हैं. साथ ही बीबीए में इस वर्ष करीब 3 हजार छात्रों ने एडमिशन लिया है और बीसीए के भी लगभग 1500 छात्रों को नई व्यवस्था का फायदा मिलेगा. जीवाजी विश्वविद्यालय ज्यादातर परीक्षाओं के समय और रिजल्ट की लेटलतीफी को लेकर भी चर्चा में रहता है, लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत इसका असर परीक्षा और परिणामों पर भी दिखाई देगा. जीवाजी यूनिवर्सिटी के पीआरओ विमलेंद्र राठौर के अनुसार, '' अब नई व्यवस्था के तहत 2024-25 सत्र के पहले वर्ष की परीक्षाएं आने वाले अप्रैल-मई 2025 में आयोजित होंगी. वहीं परिणाम जून आखिर में घोषित कर दिए जाएंगे. ऐसे में जिन छात्रों को परीक्षा के किसी विषय में सफलता नहीं मिली होगी, उन्हें सितंबर 2025 में सप्लीमेंट्री परीक्षा देने का मौका मिलेगा.''

ये भी पढ़ें:

ये तो हद है! जीवाजी यूनिवर्सिटी से गायब 50 छात्रों की आंसरशीट, अधर में भविष्य, जिम्मेदार कौन?

जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन पर एनएसयूआई ने लगाया पेपर लीक का आरोप, जांच की मांग

अब नहीं खराब होगा साल

अब जान लीजिए कि किस तरह यूजी छात्रों की पढ़ाई परीक्षा परिणाम से बाधित नहीं होगी और उनका साल खराब नहीं होगा. आपको बता दें कि जिन प्रथम वर्ष के छात्रों के परिणाम सप्लीमेंट्री होंगे, उन्हें दूसरे वर्ष की पढ़ाई के लिए रुकना नहीं पड़ेगा. जब सेकंड ईयर की परीक्षाएं होंगी, उस दौरान छात्र फर्स्ट ईयर की अपनी सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी शामिल होगा और पास करने पर आगे बढ़ जाएगा. वहीं अगर वह सेकंड ईयर के दौरान भी पहले साल की सप्लीमेंट्री परीक्षा में या सेकंड ईयर की परीक्षा में भी सप्लीमेंट्री फेल होता है, तो चिंता की बात नहीं है. फाइनल ईयर की परीक्षाओं के साथ भी उसे फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर का सप्लीमेंट्री पेपर देने और पास होने का मौका दिया जाएगा. हालांकि, उसे इन चार मौकों में समय रहते पास होना होगा अन्यथा उसे फेल करार दिया जाएगा.

ग्वालियर: जीवाजी विश्वविद्यालय के छात्रों को अब नई शिक्षा नीति का लाभ मिलेगा, जिसके तहत अब छात्रों को दो नहीं बल्कि 4 बार सप्लीमेंट्री परीक्षा देने का मौका मिलेगा. ये व्यवस्था इस सत्र में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए लागू होगी यानी 2024-25 में जिन छात्रों ने यूजी कोर्सेस के लिए कॉलेजों में एडमिशन लिया है, उन्हें पढ़ाई पूरी करने के लिए अब 6 नहीं बल्कि 7 वर्ष का समय मिल सकेगा.

3 साल पहले यूजी कोर्सेस में लागू हुई थी नई शिक्षा नीति

ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में वैसे तो नई शिक्षा नीति 3 साल पहले 2021 के सत्र से ही बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए और बीसीए डिग्री कोर्सेस के लिए लागू हो चुकी है. तब नई नीति के अनुसार किसी छात्र को सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए दो बार मौके दिए जाते थे, लेकिन इस सत्र से 4 बार सप्लीमेंट्री परीक्षा का मौका दिया जाएगा. जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस फैसले का असर सीधे तौर पर विश्व विद्यालय में अध्ययनरत और संबंधित कॉलेजों में पढ़ रहे फर्स्ट ईयर के करीब 70 हजार छात्र-छात्राओं को होगा. जिनमें सबसे करीब अधिक 20 हजार छात्र बीकॉम से हैं.

जून में रिजल्ट और सप्लीमेंट्री परीक्षा सितंबर में होगी

वहीं इस साल बीए में लगभग 18500 छात्रों ने प्रवेश लिया है. तीसरे स्थान पर 17 हजार छात्र बीएससी में प्रवेश लेने वाले हैं. साथ ही बीबीए में इस वर्ष करीब 3 हजार छात्रों ने एडमिशन लिया है और बीसीए के भी लगभग 1500 छात्रों को नई व्यवस्था का फायदा मिलेगा. जीवाजी विश्वविद्यालय ज्यादातर परीक्षाओं के समय और रिजल्ट की लेटलतीफी को लेकर भी चर्चा में रहता है, लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत इसका असर परीक्षा और परिणामों पर भी दिखाई देगा. जीवाजी यूनिवर्सिटी के पीआरओ विमलेंद्र राठौर के अनुसार, '' अब नई व्यवस्था के तहत 2024-25 सत्र के पहले वर्ष की परीक्षाएं आने वाले अप्रैल-मई 2025 में आयोजित होंगी. वहीं परिणाम जून आखिर में घोषित कर दिए जाएंगे. ऐसे में जिन छात्रों को परीक्षा के किसी विषय में सफलता नहीं मिली होगी, उन्हें सितंबर 2025 में सप्लीमेंट्री परीक्षा देने का मौका मिलेगा.''

ये भी पढ़ें:

ये तो हद है! जीवाजी यूनिवर्सिटी से गायब 50 छात्रों की आंसरशीट, अधर में भविष्य, जिम्मेदार कौन?

जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन पर एनएसयूआई ने लगाया पेपर लीक का आरोप, जांच की मांग

अब नहीं खराब होगा साल

अब जान लीजिए कि किस तरह यूजी छात्रों की पढ़ाई परीक्षा परिणाम से बाधित नहीं होगी और उनका साल खराब नहीं होगा. आपको बता दें कि जिन प्रथम वर्ष के छात्रों के परिणाम सप्लीमेंट्री होंगे, उन्हें दूसरे वर्ष की पढ़ाई के लिए रुकना नहीं पड़ेगा. जब सेकंड ईयर की परीक्षाएं होंगी, उस दौरान छात्र फर्स्ट ईयर की अपनी सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी शामिल होगा और पास करने पर आगे बढ़ जाएगा. वहीं अगर वह सेकंड ईयर के दौरान भी पहले साल की सप्लीमेंट्री परीक्षा में या सेकंड ईयर की परीक्षा में भी सप्लीमेंट्री फेल होता है, तो चिंता की बात नहीं है. फाइनल ईयर की परीक्षाओं के साथ भी उसे फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर का सप्लीमेंट्री पेपर देने और पास होने का मौका दिया जाएगा. हालांकि, उसे इन चार मौकों में समय रहते पास होना होगा अन्यथा उसे फेल करार दिया जाएगा.

Last Updated : Oct 22, 2024, 11:07 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.