ग्वालियर। अयोध्या रवाना होने से पहले बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान पवैया महाराज बाड़े पहुंचे. यहां उन्होंने हनुमान मंदिर में महाआरती की और कारसेवकों का सम्मान किया. जयभान सिंह पवैया ने कहा कि मेरे लिए यह भावना से भरे हुए पल हैं.आज भीतर की जो भावना है उनको शब्दों का आकार मैं नहीं दे पा रहा हूं. आज जीवन सार्थक हो रहा है.
'भावनाओं के पुष्प लेकर जा रहा हूं'
जयभान पवैया बोलते बोलते भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि आज मैं अयोध्या जी प्रस्थान कर रहा हूं. मैं प्रतीक हूं लेकिन लाखों लोगों की भावनाओं के पुष्प लेकर रामलला के चरणों में चढ़ाने के लिए जा रहा हूं. ग्वालियर चंबल के कारसेवकों ने बहुत शहादत दी है. राम मंदिर के लिए आज पूरे ग्वालियर में जिस तरह का उत्साह का माहौल है मैंने अपने जीवन में ऐसा वातावरण कभी नहीं देखा है.संतों का आशीर्वाद लेकर हम अयोध्या जा रहे हैं.
न्योता ठुकराने वाले अभागे
22 जनवरी के पर्व को बहुत सकारात्मक दृष्टि से देख रहे हैं. कांग्रेस पर हमला करते हुए जयभान पवैया ने कहा कि देश के जीवन में कभी-कभी ऐसे पल आ जाते हैं जब जाति और पार्टियों की सीमाएं तोड़कर भी राष्ट्र के सम्मान के लिए खड़ा होना चाहिए. जिनको निमंत्रण दिया गया उनको इस सौभाग्य को स्वीकार करना चाहिए था, लेकिन उन लोगों का अभागापन हम कैसे दूर करें.जिन्होंने रामलला के न्योता को ही ठुकरा दिया.
ये भी पढ़ें: |
5 दिये जलाने की सौगंध
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कभी-कभी लगता है कि मंथरा तो मर गई लेकिन उसकी आत्मा भारत में अभी भी जिंदा है. पवैया ने कहा कि सोनिया गांधी भले ही अयोध्या नहीं जांए लेकिन कांग्रेसी हिंदुओं को मैं राम की सौगंध देता हूं कि वह अपने घरों में पांच दिए जरूर जलाएं. 22 जनवरी को जो अपने घरों में दिया नहीं जलाएगा उसे इतिहास कभी क्षमा नहीं कर पाएगा. 22 जनवरी को कौन कांग्रेस, कौन बीजेपी सब भूल जाइए. जिसके भी शरीर में राम का रक्त बह रहा है उसके घर में 22 जनवरी को अंधेरा नहीं रहेगा. जिसको अपने लहू पर ही भरोसा नहीं होगा,उसके घर के अंधेरा का हम क्या करें.