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अब बिजली पर सफर करेंगे यात्री, जेब में दौड़ेगा करंट, सरकार की प्लानिंग कर देगी हैरान - Gwalior E Bus Project - GWALIOR E BUS PROJECT

मध्यप्रदेश कृषि के साथ-साथ पर्यावरण के क्षेत्र में भी अव्वल होने के लिए लगातार मेहनत कर रहा है. यही वजह है कि अब इंदौर के बाद ग्वालियर भी प्रदूषण रहित पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था में जुटा हुआ है. जल्द ही ग्वालियर में 70 ई-बसें सड़कों पर दौड़ती नजर आने वाली है, जो शहरी क्षेत्र में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएगी.

GWALIOR E BUS PROJECT
अब बिजली पर सफर करेंगे यात्री (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 25, 2024, 7:52 PM IST

Updated : Jul 25, 2024, 9:57 PM IST

GWALIOR E BUS PROJECT: यह सभी जानते हैं कि भारत सरकार अब इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर फोकस कर रहा है. रेल, मेट्रो कारों के बाद अब ई-बसों का संचालन भी सरकार की प्रॉयोरिटी में शामिल है. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में ही बसों के संचालन की घोषणा की थी. अब मध्य प्रदेश के चंबल-अंचल में सबसे पहले ई-बसों का संचालन ग्वालियर में शुरू होने जा रहा है, क्योंकि इस परियोजना को मोहन सरकार के बजट में भी हरी झंडी मिल चुकी है और इस प्रोजेक्ट पर ग्वालियर में काम भी शुरू कर दिया गया है.

इको फ्रेंडली होगी नई बस सेवा

नगर निगम ग्वालियर के आयुक्त हर्ष सिंह के अनुसार इस प्रोजेक्ट के तहत आने वाले समय में 70 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा. जो ईको फ्रेंडली भी होंगी, क्योंकि इनसे किसी तरह का धुआं या पर्यावरण को नुकसान पहुंचने वाली गैसें रिलीज नहीं होंगी. साथ ही इन बसों से ईंधन की भी खपत नहीं होगी. ये इलेक्ट्रिक बसें इस स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा बनायी गई कंपनी द्वारा संचालित होंगी.

मिडी और मिनी ई-बस में होगा सफर

इलेक्ट्रिक बस प्रॉजेक्ट के तहत शुरू होने वाली बसों को दो कैटगरी में विभाजित किया गया है. केंद्र सरकार की PM ई बस सेवा के तहत शुरू होने वाली इन 70 बसों में 40 बसें मिनी और 30 बसें मिडी कैटेगरी की होंगी. जहां मिडी बस नौ मीटर लंबी होगी, तो वहीं मिनी कैटेगरी बस की लंबाई सात मीटर होगी.

पांच साल पहले शुरू हुई थी कावायद

वैसे तो ग्वालियर में इलेक्ट्रिक बसें चलाने का प्लान पांच वर्ष पहले बनाया गया था. जिसके लिए प्रोजेक्ट भी तैयार कर शासन को भेजा गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से बात आगे नहीं बढ़ सकी. इसके बाद जब केंद्र सरकार ने प्रदेश के छह बड़े शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाए जाने की घोषणा की. तब मोहन सरकार के बजट में भी इस प्रोजेक्ट के लिए प्रावधान किया गया है.

शहर से बाहर बनेगा बस स्टैंड, सिटी में होंगे चार्जिंग स्टेशन

शुरुआत में ही बसों के लिए बस स्टैंड निर्माण के लिए निगम डिपो की जमीन पर विचार किया गया था, लेकिन नए सिरे से प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद अब इलेक्ट्रिक बस स्टैंड के लिए ग्राम लखनौती के पास हाईवे पर जमीन चिन्हित की गई है. हालांकि इस प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर में इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे. जिससे लो बैटरी या रेंज कम होने पर बसों को शहर में ही चार्ज किया जा सके. पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए इन बातों के बाद निर्बाध रूप से सुचारु रहेगी.

पढ़ें...

ई-बसों का रास्ता साफ, मध्य प्रदेश में फर्राटा भरेंगी 552 लग्जरी बसें, क्या आपके शहर में चलेंगी

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रूट फाइनल होना अब भी बाकी

अब बात अगर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन रूट की करें, तो अब तक नगर निगम ग्वालियर में ई-बसों के संचालन के लिए रूट तय नहीं कर पाई है. ईटीवी भारत से बात करते हुए 'ग्वालियर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की योजना के तहत शुरू किया जा रहा है. ऐसे में किन रूटों पर यह बस चलेंगी, इसका फैसला आने वाले समय में केंद्र से टीमें आएंगी और रूट का सर्वे करेगी. उनकी हरी झंडी मिलने के बाद ही ई बस संचालन के रूट फाइनल किए जाएंगे.'

GWALIOR E BUS PROJECT: यह सभी जानते हैं कि भारत सरकार अब इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर फोकस कर रहा है. रेल, मेट्रो कारों के बाद अब ई-बसों का संचालन भी सरकार की प्रॉयोरिटी में शामिल है. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में ही बसों के संचालन की घोषणा की थी. अब मध्य प्रदेश के चंबल-अंचल में सबसे पहले ई-बसों का संचालन ग्वालियर में शुरू होने जा रहा है, क्योंकि इस परियोजना को मोहन सरकार के बजट में भी हरी झंडी मिल चुकी है और इस प्रोजेक्ट पर ग्वालियर में काम भी शुरू कर दिया गया है.

इको फ्रेंडली होगी नई बस सेवा

नगर निगम ग्वालियर के आयुक्त हर्ष सिंह के अनुसार इस प्रोजेक्ट के तहत आने वाले समय में 70 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा. जो ईको फ्रेंडली भी होंगी, क्योंकि इनसे किसी तरह का धुआं या पर्यावरण को नुकसान पहुंचने वाली गैसें रिलीज नहीं होंगी. साथ ही इन बसों से ईंधन की भी खपत नहीं होगी. ये इलेक्ट्रिक बसें इस स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा बनायी गई कंपनी द्वारा संचालित होंगी.

मिडी और मिनी ई-बस में होगा सफर

इलेक्ट्रिक बस प्रॉजेक्ट के तहत शुरू होने वाली बसों को दो कैटगरी में विभाजित किया गया है. केंद्र सरकार की PM ई बस सेवा के तहत शुरू होने वाली इन 70 बसों में 40 बसें मिनी और 30 बसें मिडी कैटेगरी की होंगी. जहां मिडी बस नौ मीटर लंबी होगी, तो वहीं मिनी कैटेगरी बस की लंबाई सात मीटर होगी.

पांच साल पहले शुरू हुई थी कावायद

वैसे तो ग्वालियर में इलेक्ट्रिक बसें चलाने का प्लान पांच वर्ष पहले बनाया गया था. जिसके लिए प्रोजेक्ट भी तैयार कर शासन को भेजा गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से बात आगे नहीं बढ़ सकी. इसके बाद जब केंद्र सरकार ने प्रदेश के छह बड़े शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाए जाने की घोषणा की. तब मोहन सरकार के बजट में भी इस प्रोजेक्ट के लिए प्रावधान किया गया है.

शहर से बाहर बनेगा बस स्टैंड, सिटी में होंगे चार्जिंग स्टेशन

शुरुआत में ही बसों के लिए बस स्टैंड निर्माण के लिए निगम डिपो की जमीन पर विचार किया गया था, लेकिन नए सिरे से प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद अब इलेक्ट्रिक बस स्टैंड के लिए ग्राम लखनौती के पास हाईवे पर जमीन चिन्हित की गई है. हालांकि इस प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर में इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे. जिससे लो बैटरी या रेंज कम होने पर बसों को शहर में ही चार्ज किया जा सके. पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए इन बातों के बाद निर्बाध रूप से सुचारु रहेगी.

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रूट फाइनल होना अब भी बाकी

अब बात अगर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन रूट की करें, तो अब तक नगर निगम ग्वालियर में ई-बसों के संचालन के लिए रूट तय नहीं कर पाई है. ईटीवी भारत से बात करते हुए 'ग्वालियर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की योजना के तहत शुरू किया जा रहा है. ऐसे में किन रूटों पर यह बस चलेंगी, इसका फैसला आने वाले समय में केंद्र से टीमें आएंगी और रूट का सर्वे करेगी. उनकी हरी झंडी मिलने के बाद ही ई बस संचालन के रूट फाइनल किए जाएंगे.'

Last Updated : Jul 25, 2024, 9:57 PM IST
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