ग्वालियर। शहर के रेलवे स्टेशन पर बुकिंग काउंटर के पास तीन मासूम बच्चों को बरामद किया गया है. इनमें दो बच्चियां हैं और तीसरा लगभग 6 महीने का अबोध बालक है. बच्चे के शरीर पर जलने के निशान पाए गए हैं. इन मासूमों को आखिरकार किस बेरहम मां-बाप ने लावारिस हालत में रेलवे स्टेशन पर छोड़ा है. इसकी जांच की जा रही है. सीसीटीवी के आधार पर बच्चों को छोड़ने वाले परिजनों को ढूंढा जा रहा है. आसपास के जिलों की पुलिस और रेलवे स्टाफ को भी इस मामले से अवगत करा दिया गया है. बड़ी लड़की ने बताया है कि वह राजस्थान के धौलपुर के आसपास कहीं रहती है. वह अपने माता-पिता के साथ पिछले दो-तीन दिनों से ट्रेन में सफर कर रही थी, लेकिन माता-पिता कहां गायब हो गए, इसके बारे में उसे कुछ पता नहीं है.
कमलाराजा बाल चिकित्सालय में बच्चा इलाजरत
बच्चे के शरीर पर झुलसने के निशान मिलने के बाद उसे कमलाराजा बाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. वहीं दोनों बच्चियों को महिला एवं बाल विकास अधिकारियों ने मां केला देवी बालिका गृह में फिलहाल देखरेख के लिए भेज दिया है. दरअसल कुछ यात्रियों ने इन बच्चों को काफी देर तक बिना माता-पिता के देखा तो उन्होंने इनके बारे में रेलवे सुरक्षा बल के स्टाफ को बताया. आरपीएफ ने लावारिस हालत में इन तीनों बच्चों को देखा उनसे पूछताछ की. तीनों बच्चों में दो बच्चियां और एक नवजात बच्चा शामिल है. लावारिस हालत में मिले बच्चे अपने माता-पिता के बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं.
संभवतः धौलपुर क्षेत्र के हो सकते हैं रहवासी
बड़ी बच्ची ने बताया कि 'तीनों को उनके माता-पिता छोड़ गए हैं. फिलहाल आरपीएफ बच्चों के माता-पिता को तलाशने में जुट गई है. पूछताछ में बच्चियों ने अपने नाम अंजली उम्र 7 साल और अर्पिता उम्र 6 साल बताए हैं. आरपीएफ कहना है कि पूछताछ में पता चला है कि बच्चे संभवतः धौलपुर की तरफ से अपने माता- पिता के साथ ग्वालियर आए होंगे. रेलवे स्टेशन पर घूमने वाले आटो चालकों ने भी आरपीएफ को बताया है कि बच्चों को उनके माता पिता के साथ देखा गया था.
सीसीटीवी खंगाल रही आरपीएफ
हालांकि जिस स्थान पर बच्चे मिले हैं. उस जगह कोई सीसीटीवी नहीं लगा है. जाहिर सी बात है बच्चों के पैरेंट्स के बारे में पता लगाना आरपीएफ के लिए चुनौतीपूर्ण होगा. बहरहाल ग्वालियर आरपीएफ रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज बारीकी से देख रही है. और बच्चों के फोटो आदि से जुड़ी जानकारी अन्य रेलवे स्टेशन प्रबंधन को भी दे दी गई है.