गुरुग्राम: नशे और ऐशो आराम की लत को पूरा करने के लिए एक निजी कंपनी के कर्मचारी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को डीएलएफ फेज-3 थाना पुलिस ने अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने 4 फरवरी की रात को वारदात को अंजाम दिया था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रज्जे, सुरेंद्र और संजीत के रूप में हुई है.
दरअसल दिल्ली के रहने वाले पीयूष चौहान ने डीएलएफ फेस-3 थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वो एक निजी कंपनी में कार्यरत है. 4 फरवरी को रात करीब 11 बजे उसने शराब खरीदकर पी थी. रात करीब ढाई बजे वो घर जाने के लिए निकला और कैब का इंतजार करने लगा, लेकिन कोई कैब नहीं मिली. इसके बाद वो मेट्रो लाइन के नीचे से पैदल-पैदल ही नीलकंठ हॉस्पिटल के पास से गुड़गांव-दिल्ली रोड पर जाने लगा.
इस दौरान उसे चार युवकों ने आवाज दी, जिस पर उसे शक हुआ और वह उनसे बचने के लिए भागने लगा. इस पर उन युवकों ने उसका पीछा किया और एमजी रोड पर खुशबू चौक के पास उसे पकड़ लिया. युवकों ने उससे लैपटॉप, मोबाइल सहित अन्य सामान लूट लिया और फरार हो गए. नशे में होने के कारण उसने पुलिस को शिकायत नहीं दी. अगले दिन वो डीएलएफ फेज-3 थाना पुलिस के पास पहुंचा और आपबीती बताई.
पुलिस ने मामले में IPC की धारा 392 और 34 के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू की तो तकनीकी सहायता की मदद से एक आरोपी का बिहार के मधुबनी में होने का पता चला. जिस पर पुलिस ने उसे मधुबनी से गिरफ्तार कर लिया. उसकी पहचान रज्जे के रूप में हुई है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के दौरान सुरेंद्र और संजीत को भी अरेस्ट कर लिया है.
आरोपियों के कब्जे से लूटा गया लैपटॉप और बाइक सहित अन्य सामान पुलिस ने बरामद कर लिया है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी रज्जे का पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने यो बताया है कि उन्होंने नशे की लत और ऐशो आराम के लिए लूट की वारदात को अंजाम दिया था. आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. पुलिस ये पता लगा रही है कि आरोपी ऐसी कितनी और वारदात को अंजाम दे चुके हैं.
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