भोपाल: मध्य प्रदेश के गुना में पदस्थ एक तहसीलदार ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का फोटो टैग करते हुए किए गए पोस्ट पर कांग्रेस बौखला गई है. तहसीलदार अमिता सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला है. जिसमें तहसीलदार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. तहसीलदार अमिता सिंह की टिप्पणी पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है.
गुना में पदस्थ हैं तहसीलदार अमिता
कांग्रेस नेता प्रियंका को लेकर पोस्ट करने वाली अमिता सिंह गुना जिले की कुंभराज तहसील में तहसीलदार हैं. उन्होंने अपनी पोस्ट में प्रियंका गांधी की फोटो को भी टैग किया है. इसमें प्रियंका गांधी मास्क लगाए हुए हैं. तहसीलदार ने एक लंबा पोस्ट लिखा है. जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
कांग्रेस ने कहा तहसीलदार को तत्काल हटाएं
तहसीलदार के ट्वीट पर कांग्रेस बौखलाए हुई है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट किया कि 'क्या मुख्यमंत्री मोहन यादव इस अशोभनीय पोस्ट को सिविल सेवा आचरण के अनुकूल मानते हैं? अगर नहीं तो इन्हें तत्काल हटाया जाए.' कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने लिखा कि 'ये विवादास्पद नौकरशाह एक तहसीलदार है. अपनी प्रोफाइल पर पोषण विशेषज्ञ भी लिखती हैं, हकीकत में ये स्वयं मानसिक कपोषण से ग्रसित हैं. बलिदानी गांधी परिवार की बेटी को लेकर उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर जो कुछ भी लिखा, क्या वह उचित है. उन्होंने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से पूछा कि क्या इनका यह आचरण सिविल सेवा आचरण के अनुकूल है.'
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प्रियंका गांधी ने किया था बुलडोजर एक्शन पर ट्वीट
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी ने एमपी के छतरपुर में हुए बुलडोजर एक्शन को लेकर ट्वीट किया था. प्रियंका गांधी ने लिखा था कि 'अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है, तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है, लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है. यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है. कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए. सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकती. कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है. जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का.'