शिवपुरी। सांसद डॉ. केपी यादव ने प्रश्न काल के दौरान मांग रखते हुए कहा कि आयुष मंत्रालय का बजट 3700 करोड़ कर दिया गया है, ये 2014 में सिर्फ 691 करोड़ था. आयुष प्रणाली को पूरे विश्व में प्रसिद्धि मिल रही है. यादव ने कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र गुना आकांक्षी जिला है और यहां पर 35 से अधिक प्रकार की आयुष औषधियां जैसे अश्वगंधा, आंवला, भृंगराज और गिलोय की खेती होती है, जो इस क्षेत्र के जंगलों में पाया जाता है और इनकी गुणवत्ता खेतों में उगाए जाने वाली औषधियों से अधिक है.
औषधियों को बेचने की व्यवस्था हो
सांसद यादव ने कहा कि इन पर शोध की कमी के कारण इनका उपयोग नहीं किया जा रहा. इन प्राकृतिक औषधियों की गुणवत्ता एवं उपलब्धता और इनके संरक्षण और संवर्धन हेतु सरकार द्वारा गुना संसदीय क्षेत्र में आयुष रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर शुरू करने की जरूरत है. सांसद ने पूछा कि क्या इसके अतिरिक्त क्या इन औषधियों को मण्डियों में बेचने के लिए कोई निर्धारित खरीदी केंद्र स्थापित करने की कोई योजना बनाई जाएगी. जिससे किसानों को औषधियों के लिए उचित मूल्य मिल सकें.
ALSO READ : |
डॉक्टरों की उपलब्धता पर प्रश्न
इसके उत्तर में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने जानकारी दी कि नेशनल मेडिसिन प्लांट बोर्ड के सहयोग से हम किसानों के लिए औषधि विपणन, संरक्षण व संवर्धन आदि से संबंधित प्रोत्साहन व ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाते हैं, जिससे कि आयुष कार्यक्रमों में किसानों को सहभगिता व लाभ प्राप्त हो सके. इस अवसर पर सांसद डॉ. केपी यादव ने चिकित्सकों के नियुक्ति संबंधी प्रश्न पूछा. यादव ने कहा कि आयुष प्रणाली के बेहतर प्रसार के लिए चिकित्सकों की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है.