शिवपुरी। लोकसभा सत्र में सांसद डॉ. के पी यादव प्रतिदिन क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सरकार के समक्ष आवाज पहुंचा रहे हैं. सांसद केपी यादव का कहना है कि जिस कार्य के लिए मुझे जनता ने उत्तरदायित्व सौंप कर संसद में भेजा था मैं उसे कार्य के लिए प्रतिबद्ध हूं. इसी तारतम्य में गुना स्थित मसाला पार्क की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सांसद डॉ केपी यादव ने लोकसभा के बजट सत्र में नियम 377 के तहत आवाज उठाते हुए इसके पुनर्विकास की मांग की. जिससे क्षेत्र में रोजगार व किसानों को लाभ मिल सके.
गुना देश का पहला मसाला पार्क
नियम 377 के तहत सांसद केपी यादव ने कहा कि ''वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले मसाला बोर्ड ने 45 करोड़ की लागत से 2013 में गुना के मावन गाँव में मसाला पार्क का संचालन शुरू किया था, जिसका उद्देश्य किसानों को बेहतर सुविधाएं देना था. जिससे धनिया की खेती करने वाले किसानों को बेहतर दाम मिले. यह पार्क 100 एकड़ में फैला हुआ है और यह देश का पहला मसाला पार्क था जो PPP मॉडल अर्थात पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर शुरू किया था. इसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे processing, quality evaluation, Cold Storage, Steam Sterilizer, Ware housing का प्रावधान भी किया गया था. लेकिन वर्तमान में यहां पर अपेक्षा अनुसार कार्य नहीं हो रहा और बहुत ही कम निर्यात यूनिट की स्थापना हुई है. साथ ही अनुमानित रोजगार भी नहीं मिले हैं.''
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मसाला पार्क के पुनर्विकसित की मांग
केपी यादव ने कहा ''मेरे गुना लोकसभा में धनिया, लहसुन, प्याज और हल्दी की खेती होती है और मसाला पार्क के सुचारु संचालन से छोटे किसानों को बहुत लाभ मिलेगा और मसाले का निर्यात भी बढ़ेगा.'' सांसद डॉ केपी यादव ने सरकार से निवेदन किया कि गुना में स्थित मसाला पार्क को पुनर्विकसित किया जाए और इसकी क्षमता के अनुसार यहां पर परियोजनाएं शुरू की जाए. जिससे मेरा क्षेत्र जो आकांक्षी जिले में आता है, उसका समग्र विकास हो. मसालों के उत्पादन और निर्यात में हम आत्मनिर्भर बने जो हमारे प्रधानमंत्री का लक्ष्य है.''