नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में 36 हजार करोड़ रुपये का निवेश होने जा रहा है. इसके तहत गाजियाबाद में 19 फरवरी को 278 औद्योगिक इकाइयों की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होनी है. इनमें से अधिकतर औद्योगिक इकाइयां टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग गुड्स और टूल्स मैन्युफैक्चरिंग की हैं. अनुमान है कि औद्योगिक इकाइयों का संचालन शुरू होने पर जिले में तकरीबन 70 हजार लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा.
उपायुक्त (उद्योग) श्रीनाथ पासवान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फरवरी के 2023 में ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन किया गया था. इसके तहत गाजियाबाद में भी इंवेस्टर समिट का आयोजन किया गया था, जिसके बाद गाजियाबाद में 3,672 एमओयू प्राप्त हुए थे. इसमें एक लाख 28 हजार करोड़ का निवेश होना था. अब आगामी 19 फरवरी को 36 हजार करोड़ रुपये के निवेश को लेकर समारोह होने जा रहा है.
उन्होंने बताया कि, 278 इकाइयों के लिए भूमि खरीद की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. साथ ही इन सभी औद्योगिक इकाइयों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. 278 यूनिट में से 40 यूनिट्स ने प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया है. इनमें से कई अधिक औद्योगिक इकाइयों में निर्माण भी कार्य पूर्ण हो चुका है और प्रोडक्शन मशीनरी लगाने की कवायद चल रही है. वहीं जो एमओयू अभी धरातल पर नहीं उतर पाए हैं, उनको लेकर विभाग कोशिश कर रहा है कि जल्द से जल्द भूमि खरीद की प्रक्रिया कराकर औद्योगिक इकाइयों का निर्माण शुरू कराया जाए.
हालांकि इन्वेस्टर समिट के दौरान 3,672 एमओयू प्राप्त हुए थे, लेकिन धरातल पर महेश 278 ही उतर पाए. इसपर उपयुक्त उद्योग श्रीनाथ पासवान का कहना है गाजियाबाद एनसीआर का क्षेत्र है. एनसीआर में जमीनों के दाम इंडस्ट्री लगाने के हिसाब से काफी अधिक है. गाजियाबाद में कुल 11 इंडस्ट्रियल एरिया हैं जो सभी आवंटित हैं. यहां औद्योगिक इकाइयां पहले से ही संचालित हैं.
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इंडस्ट्रियल एरिया बनाने का प्रस्ताव प्रक्रिया में: उन्होंने कहा कि दोनों इंडस्ट्रियल एरिया के विकसित होने के बाद जमीन आवंटित की जाएगी. प्रदेश सरकार द्वारा प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क डेवलप करने की योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत हम 10 से 50 एकड़ की इंडस्ट्रियल पार्क डेवलप करने का प्रयास कर रहे हैं. हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द इन्वेस्टर्स को जमीन उपलब्ध कराई जा सके.