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सिर पर सेहरा और हाथ में छाता, मधुबनी में नाव पर बारात लेकर शादी करने पहुंचा दूल्हा - Wedding Procession On Boat

FLOOD IN MADHUBANI: आज के युग में बारात मतलब बैंड-बाजा, हाथी-घोड़ा और लग्जरी गाड़ियों का काफिला होता है. लेकिन कैसा लगेगा जब इन सब सुविधाओं के बदले बारात में सिर्फ नाव से काम चलाना पड़े. बिहार के मधुबनी में ऐसा ही दृश्य देखने को मिला जब दूल्हा को नाव से शादी करने के लिए जाना पड़ा. पढ़ें पूरी खबर.

मधुबनी में नाव से बारात लेकर पहुंचा दूल्हा
मधुबनी में नाव से बारात लेकर पहुंचा दूल्हा (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 9, 2024, 2:04 PM IST

मधुबनीः बिहार में बाढ़ का कहर इस कदर है कि शादी-विवाह प्रभावित हो रहा है. आमतौर पर शादी में बैंड, बाजा और लग्जरी गाड़ियों का काफिला देखने को मिलता है लेकिन बाढ़ के कारण नाव से ही काम चलाना पड़ रहा है. बिहार के मधुबनी में ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब दूल्हा नाव से बारात लेकर रवाना हुआ. बड़ी बात है कि दुल्हन भी नाव से ही अपने ससुराल आएगी.

मधुबनी में नाव से बारात पहुंचीः मामला जिले के मधेपुर प्रखंड के परबलपुर गांव है. इस गांव में 6 महीने सूखा तो 6 महीने बाढ़ की स्थिति रहती है. इस कारण लोगों को यहां काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह इलाका कोसी में आता है. यहां बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त तो होता ही है ऊपर से बारिश में भी बाढ़ जैसी स्थित हो जाती है. ऐसे में लोगों को नाव ही एक सहारा रहता है.

मधुबनी में नाव से बारात जाते लोग
मधुबनी में नाव से बारात जाते लोग (ETV Bharat)

पानी फैलने से आवागमन बाधितः यहां हर साल बाढ़ आने और 6 महीने तक पानी रहने के कारण सड़कें भी अच्छी नहीं है. यही कारण है कि लोग नाव से आवागमन करते हैं. शादी विवाह हो या कोई और समारोह हो. एक गांव से दूसरे गांव और बाजार जाने के लिए नाव ही सहारा है. सोमवार को गांव से नाव के माध्यम से बारात ले जानी पड़ी.

बाढ़ ने दिया धोखाः परबलपुर गांव निवासी मो. एहसान की शादी बड़हारा गांव की लड़की से एक महीने पहले ही तय हुई थी. सब कुछ ठीक चल रहा था इसी बीच कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण सारा प्लान फेल हो गया. हालांकि घर से बलथी चौक के निकट पश्चिमी कोसी तटबंध तक गाड़ी से बारात पहुंची थी लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण गाड़ी आगे नहीं जा सकती थी. इसलिए नाव पर ही दूल्हा को आगे जाना पड़ा.

10 किमी दूर नाव से बारातः दूल्हा के पिता मो. कमालउद्दीन ने बताया कि शादी तय हो चुकी थी इसलिए निजी नाव भारा पर लाना पड़ा. गांव से 10 किमी दूर नाव के माध्यम से बारात ले गए. उन्होंने बताया कि दुल्हन भी नाव के माध्यम से ससुराल पहुंचेगी. पिता ने बताया कि कोई दूसरा विकल्प नहीं है इसलिए नाव से जाना पड़ा. यह शादी चर्चा का विषय बना हुआ है.

"हम अपने बेटे की शादी सहरसा जिले के डरहार ओपी थाना क्षेत्र के बड़हारा गांव निवासी मो. बसीर की बेटी के साथ तय की थी. शादी की पूरा तैयारी थी लेकिन बाढ़ के कारण नाव ही सहारा बचा था. इसलिए नाव से ही बारात गए" -मो. कमालउद्दीन, दूल्हा के पता.

कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद का नजारा
कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद का नजारा (ETV Bharat)

क्या है कोसी का हालः बता दें कि कोसी नदी में लगातार जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. नेपाल में पिछले कुछ दिनों से हो रहे बारिश के कारण बिहार के नदियों में बाढ़ी की समस्या आ गयी है. कोसी बराज का सभी गेट खोलकर 3 लाख 94 हजार क्यूशेक पानी छोड़ा गया है जिस कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है. कोसी इलाकें में नदी का पानी फैलने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति हो गयी है.

यह भी पढ़ेंः बेटी को प्रेमी के साथ देखकर आग बबूला हो गए घरवाले, पहुंच गए थाने, दोनों बोलने लगे- 'हम तो शादी करेंगे' - Love Marriage In Gaya

मधुबनीः बिहार में बाढ़ का कहर इस कदर है कि शादी-विवाह प्रभावित हो रहा है. आमतौर पर शादी में बैंड, बाजा और लग्जरी गाड़ियों का काफिला देखने को मिलता है लेकिन बाढ़ के कारण नाव से ही काम चलाना पड़ रहा है. बिहार के मधुबनी में ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब दूल्हा नाव से बारात लेकर रवाना हुआ. बड़ी बात है कि दुल्हन भी नाव से ही अपने ससुराल आएगी.

मधुबनी में नाव से बारात पहुंचीः मामला जिले के मधेपुर प्रखंड के परबलपुर गांव है. इस गांव में 6 महीने सूखा तो 6 महीने बाढ़ की स्थिति रहती है. इस कारण लोगों को यहां काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह इलाका कोसी में आता है. यहां बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त तो होता ही है ऊपर से बारिश में भी बाढ़ जैसी स्थित हो जाती है. ऐसे में लोगों को नाव ही एक सहारा रहता है.

मधुबनी में नाव से बारात जाते लोग
मधुबनी में नाव से बारात जाते लोग (ETV Bharat)

पानी फैलने से आवागमन बाधितः यहां हर साल बाढ़ आने और 6 महीने तक पानी रहने के कारण सड़कें भी अच्छी नहीं है. यही कारण है कि लोग नाव से आवागमन करते हैं. शादी विवाह हो या कोई और समारोह हो. एक गांव से दूसरे गांव और बाजार जाने के लिए नाव ही सहारा है. सोमवार को गांव से नाव के माध्यम से बारात ले जानी पड़ी.

बाढ़ ने दिया धोखाः परबलपुर गांव निवासी मो. एहसान की शादी बड़हारा गांव की लड़की से एक महीने पहले ही तय हुई थी. सब कुछ ठीक चल रहा था इसी बीच कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण सारा प्लान फेल हो गया. हालांकि घर से बलथी चौक के निकट पश्चिमी कोसी तटबंध तक गाड़ी से बारात पहुंची थी लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण गाड़ी आगे नहीं जा सकती थी. इसलिए नाव पर ही दूल्हा को आगे जाना पड़ा.

10 किमी दूर नाव से बारातः दूल्हा के पिता मो. कमालउद्दीन ने बताया कि शादी तय हो चुकी थी इसलिए निजी नाव भारा पर लाना पड़ा. गांव से 10 किमी दूर नाव के माध्यम से बारात ले गए. उन्होंने बताया कि दुल्हन भी नाव के माध्यम से ससुराल पहुंचेगी. पिता ने बताया कि कोई दूसरा विकल्प नहीं है इसलिए नाव से जाना पड़ा. यह शादी चर्चा का विषय बना हुआ है.

"हम अपने बेटे की शादी सहरसा जिले के डरहार ओपी थाना क्षेत्र के बड़हारा गांव निवासी मो. बसीर की बेटी के साथ तय की थी. शादी की पूरा तैयारी थी लेकिन बाढ़ के कारण नाव ही सहारा बचा था. इसलिए नाव से ही बारात गए" -मो. कमालउद्दीन, दूल्हा के पता.

कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद का नजारा
कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद का नजारा (ETV Bharat)

क्या है कोसी का हालः बता दें कि कोसी नदी में लगातार जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. नेपाल में पिछले कुछ दिनों से हो रहे बारिश के कारण बिहार के नदियों में बाढ़ी की समस्या आ गयी है. कोसी बराज का सभी गेट खोलकर 3 लाख 94 हजार क्यूशेक पानी छोड़ा गया है जिस कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है. कोसी इलाकें में नदी का पानी फैलने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति हो गयी है.

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