यमुनानगर: सोमवार को यमुनानगर में कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने की. उनके सामने 16 शिकायतें रखी गई. शुरुआत में ही पुलिस, बिजली, नगर निगम और जन स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ लोग शिकायत लेकर पहुंचे. अधिकारियों की लापरवाही पर कैबिनेट मंत्री ने जमकर अधिकारियों की क्लास लगाई.
यमुनानगर में कष्ट निवारण समिति की बैठक: बिजली विभाग ने बीपीएल परिवार को चार लाख रुपये से अधिक का बिल भेज दिया था. इसकी शिकायत कई बार पीड़ित परिवार ने बिजली विभाग के अधिकारियों से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जब ये मुद्दा कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इस पर कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को क्लास लगाई.
कैबिनेट मंत्री ने लापरवाह अधिकारियों की लगाई क्लास: कैबिनेट मंत्री ने बिजली विभाग के अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि क्यों ना आप लोगों के मीटर भी चेक किए जाए. क्या सारे नियम और कानून गरीब लोगों के लिए हैं? उन्होंने तुरंत प्रभाव से फिक्स्ड बिल की जांच के आदेश दिए.
बैंक अधिकारियों की लापरवाही का मामला: कैबिनेट कृष्ण बेदी के सामने एक और मामला सामने आया कि एक ट्रक चालक ने पंजाब नेशनल बैंक में अपनी पत्नी के खाते में डेढ़ लाख रुपये जमा कराए थे. बैंक की तरफ से खाते की जमा की रसीद तो दे दी, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी उसके खाते में ये पैसे नजर नहीं आए. बैंक की तरफ से कहा गया कि उनका एक कर्मचारी पैसों का गबन कर चला गया है और ऐसे में उसे बैंक ने निकाल दिया है
डीसी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन: इस पर मंत्री और जिला उपायुक्त ने संज्ञान लिया और कहा कि इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक भी दोषी है. डीसी ने कहा कि पीड़ित से शिकायत लेकर खुद वो कार्रवाई करेंगे. इस मामले में बैंक ने अपनी तरफ से क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन मंत्री की जांच के बाद बैंक दोषी नजर आया. इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दे दिए.