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नाती ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल, रुपयों के लालच में ईंट से कूचकर की थी हत्या, मोबाइल से खुली पोल - BARABANKI NEWS

यूपी के बाराबंकी में रुपयों के लालच में सगे नाती ने योजना बनाकर अपने नाना और नानी की ईंट से कूंचकर निर्मम हत्या कर दी. यही नही उसने घर मे ही शव को छिपाया और बाहर से तालाबंद कर आराम से चला गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है.

बाराबंकी में हत्या का खुलासा.
बाराबंकी में हत्या का खुलासा. (Photo Credit: Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 17, 2024, 9:03 PM IST

बाराबंकी: देवां कोतवाली के मोहल्ला लालापुर में 11 मई को वृद्ध दंपत्ति की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ उसकी निशानदेही पर लूट के 30 हजार रुपये ,जेवरात और आलाकत्ल ईंट बरामद कर लिया है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि दंपत्ति के बेटी का बेटा ही है.


उल्लेखनीय है कि 11 मई को देवां कोतवाली के मोहल्ला लालापुर में एक घर से बदबू आने पर फखरे आलम द्वारा थाना देवा पर सूचना दी गई कि माजिद हुसैन वारसी के घर से बदबू आ रही है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर के बाहर बंद ताला तोड़कर अंदर जाकर देखा तो दो शव पड़े थे. शव बुरी तरह गल चुके थे और उनमें कीड़े लग गए थे. जिससे अंदाजा लगाया गया कि शव कई दिन पुराने हैं. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम कराया तो यह हत्या निकली. छानबीन में लूट के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की.

मृतक के तीन बेटे हैं, जो बंदायू रहते हैं और एक शादी शुदा बेटी अलीगढ़ में रहती हैं. पुलिस ने सभी से पूछताछ की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने जब मृतक माजिद हुसैन के मोबाइल का सहारा लिया तो हत्याकांड का राजफाश हो गया. हत्यारोपी सगा नाती साहिल वारसी निकला. पुलिस ने हत्यारोपी को गुरुवार को देवां थाने के मामा नहर पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि साहिल अलीगढ़ जिले के क्वारसी थाने के मैरिस रोड लक्ष्मीबाई मार्ग इस्लामाबाद भट्ठा गली नं. 3 का रहने वाला था. साहिल बुजुर्ग दम्पत्ति माजिद हुसैन वारसी और उनकी पत्नी चांदबीबी का सगा नाती है. मृतक दम्पत्ति हरियाणा के फरीदाबाद में निजी मकान में रहते थे. करीब 6-7 महीने पहले उन्होंने यह मकान 55 लाख रुपये में बेच दिया था. बुजुर्ग दम्पत्ति देवा स्थित हाजी वारिस अली शाह के मुरीद थे. जिसके चलते जियारत करने मजार पर आने-जाने में दिक्कत न हो लिहाजा उन्होंने करीब 5 महीने पहले देवां के लालापुर मोहल्ले में मकान खरीद लिया था और यहीं रहने लगे थे.

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके नाना माजिद हुसैन के कहने पर उसके पिता ने उसे अपनी सम्पत्ति से बेदखल कर दिया गया था. जिसकी वजह से वह अपनी पत्नी के साथ ससुराल में रह कर मजदूरी करता था. वह, खुद का बिजनेस करना चाहता था, जिसके लिए रुपयों की जरूरत थी. साहिल को बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा बेचे गये मकान एवं उससे प्राप्त रुपयों के बारे में जानकारी थी. नाना द्वारा 25 लाख रुपये किसी बैंक में फिक्स कर दिया गया है और बाकी रुपये व ज्वेलरी घर की अलमारी में रखे होंगे. यही सोचकर उसने उन्हें लूटने की योजना बनाई.

एसपी ने बताया कि योजना के अनुसार, 8 मई को सुबह करीब 11 बजे साहिल अपने मोबाइल को अपने घर पर ही छोड़कर देवा पहुंच गया. देवां आकर उसने किसी दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से अपने नाना को कॉल करके कोरियर रिसीव करने हेतु देवा में ही उनके घर से दूर एक जगह बताकर बुलाया और खुद मौका पाकर नाना के घर में घुस गया. साहिल को उम्मीद थी कि नानी बीमार रहती हैं और उसे रुपये और जेवरात चोरी करने में आसानी रहेगी. लेकिन नानी ने जब विरोध किया तो साहिल ने ईंट से मारकर नानी की हत्या कर दी. थोड़ी देर बाद ही उसके नाना भी घर आ गये और साहिल की हरकत देख ली. लिहाजा साहिल ने उनकी भी ईंट मार कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उसने शवों को ठिकाने लगाया और अलमारी का लॉक तोड़कर उसमें रखे 35 हजार रुपये व जेवरात लेकर घर में बाहर से ताला लगाकर चला गया था.

इसे भी पढ़ें-ताला बंद घर के अंदर मिला बुजुर्ग पति-पत्नी का शव; शरीर में लग चुके थे कीड़े, रिश्तेदारों पर हत्या का शक

बाराबंकी: देवां कोतवाली के मोहल्ला लालापुर में 11 मई को वृद्ध दंपत्ति की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ उसकी निशानदेही पर लूट के 30 हजार रुपये ,जेवरात और आलाकत्ल ईंट बरामद कर लिया है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि दंपत्ति के बेटी का बेटा ही है.


उल्लेखनीय है कि 11 मई को देवां कोतवाली के मोहल्ला लालापुर में एक घर से बदबू आने पर फखरे आलम द्वारा थाना देवा पर सूचना दी गई कि माजिद हुसैन वारसी के घर से बदबू आ रही है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर के बाहर बंद ताला तोड़कर अंदर जाकर देखा तो दो शव पड़े थे. शव बुरी तरह गल चुके थे और उनमें कीड़े लग गए थे. जिससे अंदाजा लगाया गया कि शव कई दिन पुराने हैं. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम कराया तो यह हत्या निकली. छानबीन में लूट के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की.

मृतक के तीन बेटे हैं, जो बंदायू रहते हैं और एक शादी शुदा बेटी अलीगढ़ में रहती हैं. पुलिस ने सभी से पूछताछ की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने जब मृतक माजिद हुसैन के मोबाइल का सहारा लिया तो हत्याकांड का राजफाश हो गया. हत्यारोपी सगा नाती साहिल वारसी निकला. पुलिस ने हत्यारोपी को गुरुवार को देवां थाने के मामा नहर पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि साहिल अलीगढ़ जिले के क्वारसी थाने के मैरिस रोड लक्ष्मीबाई मार्ग इस्लामाबाद भट्ठा गली नं. 3 का रहने वाला था. साहिल बुजुर्ग दम्पत्ति माजिद हुसैन वारसी और उनकी पत्नी चांदबीबी का सगा नाती है. मृतक दम्पत्ति हरियाणा के फरीदाबाद में निजी मकान में रहते थे. करीब 6-7 महीने पहले उन्होंने यह मकान 55 लाख रुपये में बेच दिया था. बुजुर्ग दम्पत्ति देवा स्थित हाजी वारिस अली शाह के मुरीद थे. जिसके चलते जियारत करने मजार पर आने-जाने में दिक्कत न हो लिहाजा उन्होंने करीब 5 महीने पहले देवां के लालापुर मोहल्ले में मकान खरीद लिया था और यहीं रहने लगे थे.

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके नाना माजिद हुसैन के कहने पर उसके पिता ने उसे अपनी सम्पत्ति से बेदखल कर दिया गया था. जिसकी वजह से वह अपनी पत्नी के साथ ससुराल में रह कर मजदूरी करता था. वह, खुद का बिजनेस करना चाहता था, जिसके लिए रुपयों की जरूरत थी. साहिल को बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा बेचे गये मकान एवं उससे प्राप्त रुपयों के बारे में जानकारी थी. नाना द्वारा 25 लाख रुपये किसी बैंक में फिक्स कर दिया गया है और बाकी रुपये व ज्वेलरी घर की अलमारी में रखे होंगे. यही सोचकर उसने उन्हें लूटने की योजना बनाई.

एसपी ने बताया कि योजना के अनुसार, 8 मई को सुबह करीब 11 बजे साहिल अपने मोबाइल को अपने घर पर ही छोड़कर देवा पहुंच गया. देवां आकर उसने किसी दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से अपने नाना को कॉल करके कोरियर रिसीव करने हेतु देवा में ही उनके घर से दूर एक जगह बताकर बुलाया और खुद मौका पाकर नाना के घर में घुस गया. साहिल को उम्मीद थी कि नानी बीमार रहती हैं और उसे रुपये और जेवरात चोरी करने में आसानी रहेगी. लेकिन नानी ने जब विरोध किया तो साहिल ने ईंट से मारकर नानी की हत्या कर दी. थोड़ी देर बाद ही उसके नाना भी घर आ गये और साहिल की हरकत देख ली. लिहाजा साहिल ने उनकी भी ईंट मार कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उसने शवों को ठिकाने लगाया और अलमारी का लॉक तोड़कर उसमें रखे 35 हजार रुपये व जेवरात लेकर घर में बाहर से ताला लगाकर चला गया था.

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