दौसा. जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को भगवान परशुराम जयंती हर्षोल्लासपूर्वक मनाई गई. इस मौके पर भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. सर्व समाज के लोगों ने शोभायात्रा पर पुष्पवर्षा की और विप्रजनों का स्वागत किया. शोभायात्रा में 2100 महिलाएं सिर पर कलश धारण किए चल रही थी.
शोभायात्रा सोमनाथ महादेव मंदिर से शुरू हुई. सुबह बड़ी संख्या में विप्रजन मंदिर पर एकत्रित हुए. इस दौरान आधा दर्जन से अधिक रथों में भगवान परशुराम की जीवंत झांकियों का चित्रण किया गया. शोभायात्रा का प्रारंभ पूर्व विधायक शंकर लाल शर्मा के द्वारा किया गया. शोभायात्रा में केसरिया साफा पहने हजारों महिला और पुरुष केसरिया ध्वज लिए चल रहे थे. महिलाओं ने सिर पर मंगल कलश धारण धारण कर रखा था.
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महिलाओं ने सिर पर धारण किया कलश: शोभायात्रा में शामिल महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर रखे थे. पुरुषों ने सिर पर केसरिया साफा बांधा हुआ था. इससे देव नगरी दौसा केसरिया रंग में रंगी नजर आई. शोभायात्रा में भगवान परशुराम की जीवंत झांकियों का चित्रण किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में युवा बाइक रैली के रूप में शोभायात्रा में शामिल हुए.
पुष्पवर्षा से हुआ शोभायात्रा का सम्मान: शोभायात्रा पर जगह-जगह शहरवासियों ने पुष्पवर्षा की.शोभायात्रा में शामिल लोगों को दूध और शरबत पिलाया गया. इस मौके पर पूर्व विधायक शंकरलाल शर्मा ने कहा कि हमारे आराध्यदेव भगवान परशुराम का जन्मोत्सव है. इसके उपलक्ष में हमने शोभायात्रा का आयोजन किया है. इसमें समाज के बच्चे, युवा, महिला और बुजुर्गों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाई है. इसके लिए सभी विप्रजनों का आभार है.
धर्मसभा से हुआ समापन: शोभायात्रा शहर के मुख्य बाजार से होते हुए करीब साढ़े 3 किलोमीटर का सफर कर चाणक्य छात्रावास पहुंची. यहां शोभायात्रा का समापन किया गया. बाद में विप्रजनों ने धर्म सभा का आयोजन किया. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहा.