सरगुजा: जब खाद्य सुरक्षा कानून बना तब छत्तीसगढ़ ने एक आदर्श पीडीएस सिस्टम दिया. पूरे देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जिसने सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली को अनिवार्य किया और 1 रुपये किलो में गरीबों को 35 किलो चावल देना शुरू किया. कुछ दिनों बाद चावल के साथ ही शक्कर, नमक और चना भी दिया जाने लगा. जिससे काफी हद तक गरीब परिवार की जरूरतें पूरी होने लगी. लेकिन छत्तीसगढ़ के पीडीएस सिस्टम से अब चना गायब है. लोग परेशान हैं उन्हें राशन दुकान में चना नहीं मिल रहा है. आखिर चना कहां गायब हो गया, चने की खोज में ETV भारत अंबिकापुर के जरहागढ़ और केदारपुर के पीडीएस दुकानों में पहुंचा और हितग्राहियों के साथ ही राशन दुकान संचालकों से भी गायब चने की जानकारी ली.
तीन महीने से नहीं मिल रहा चना: जरहागढ़ पीडीएस दुकान पहुंचने पर वहां काफी संख्या में हितग्राही मौजूद थे. जो महीने का राशन लेने दुकान पहुंचे थे. चने के बार में उनसे पूछने पर उन्होंने बताया कि चना एक दो नहीं बल्कि तीन महीने से नहीं दिया जा रहा है. चना के बारे में पूछने पर राशन दुकान संचालक उन्हें चने का स्टॉक नहीं होने की बात कहता है ये जवाब सुनकर वो चावल, नमक और शक्कर लेकर चले जाते हैं.
पीडीएस दुकानों में चना नहीं मिल रहा है. तीन महीने से चना नहीं दिया जा रहा है. बाकी सब कुछ मिल रहा है. चना नहीं मिलने से बहुत दिक्कत हो रही है.- हितग्राही
टेंडर पास नहीं होने के कारण चना मिलने में परेशानी: सिर्फ एक दो दुकानों में नहीं बल्कि जिले के सभी पीडीएस दुकानों से चना गायब है. हितग्राहियों के चना नहीं मिलने के आरोप सच साबित हुए जब केदारपुर स्थित शिव सेवा खाद्य सुरक्षा समिति की राशन दुकान संचालिका राधा गुप्ता ने भी बताया कि दो महीने से चना नहीं मिल रहा है. इसके लिए स्टॉक में चना नहीं होने की बात बताई गई. राशन दुकान संचालिका की मानें तो उच्च अधिकारियों ने चना का टेंडर नहीं होने का हवाला दिया. हालांकि आने वाले दिनों में चना मिलने की बात कही जा रही है.
इस महीने चना आ रहा है. गोदाम में आ गया है लेकिन अब तक दुकान में नहीं पहुंचा है. इस महीने से लोगों को चना मिलना शुरू हो जाएगा.- राधा गुप्ता, राशन दुकान संचालिका
बीते दो महीने का चना भी हितग्राहियों को देने की मांग: हितग्राहियों को चना मिलने की शिकायत पर कांग्रेस नेताओं ने दूसरे पीडीएस दुकानों में चना के बारे में पता कराया, तो पता चला कि छत्तीसगढ़ में किसी भी राशन दुकानों में चना आवंटन नहीं हो रहा है. श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने बताया "छत्तीसगढ़ में जहां भी चना वितरण की व्यवस्था है, वहां दो महीने से चना नहीं है. सरगुजा कलेक्टर को हमने पत्र लिखकर निवेदन किया है कि लोगों को चना उपलब्ध कराया जाये. सरकार के विभाग इसमे सुधार करें, जो 2 महीने चना नहीं मिला है वो भी दिया जाए और आगे भी आवंटन नियमित जारी रहे."
चना दो महीने से नहीं आ रहा था. इस बारे में अधिकारियों से बात की गई है. आचार संहिता के कारण टेंडर में देरी हुई, जिस कारण चना नहीं मिल पा रहा था, लेकिन जल्द ही चना राशन दुकानों में पहुंच जायेगा. नए आबंटन के साथ पिछला चना भी हितग्राहियों को मिलेगा."- संतोष दास, मीडिया विभाग, सरगुजा भाजपा
जल्द चना आवंटन का दावा: पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ कि टेंडर ना होने की वजह से 2 महीने से राशन दुकानों से चना गायब है. तीसरे महीने के वितरण में भी चना नहीं मिल रहा है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि चने का नया आबंटन हो चुका है, और जल्द ही लोगों को राशन में चना भी उपलब्ध हो सकेगा.