गिरिडीह: तारीख 24 अगस्त 2022, जगह जिले का निमियाघाट. यहां के ग्रामीणों को यह सूचना मिली थी कि डुमरी के जेएसएफसी गोदाम के लिए एक ट्रक पर 400 बोरा अनाज लोड हुआ है. अनाज सरिया के एफसीआई गोदाम से लोड हुआ है, जिसकी कालाबाजारी करने की योजना है. योजना है कि अनाज को धनबाद के गोविंदपुर-राजगंज इलाके में बेचना है.
सूचना के बाद ग्रामीण बिनोद महतो के साथ कई लोग एक्टिव हुए, वाहन को खोजा जाने लगा. इस बीच 25 अगस्त की अहले सुबह ग्रामीणों ने ट्रक को धनबाद जिले के हरिहरपुर थाना इलाके में पकड़ लिया. ट्रक को नेशनल हाइवे पर पकड़ा गया. बाद में ट्रक हरिहरपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया.
ट्रक चालक ने दिखाया था गेट पास
जब ग्रामीणों ने ट्रक को पकड़ा था तो उस वक्त ट्रक के चालक ने दो गेट पास दिखाया. पहला गेट पास 21 अगस्त 2022 की शाम को 5:50 का था, तो दूसरा गेट पास 25 अगस्त की शाम 5:50 का था. यहां जो चालान मिला था जिसके अनुसार अनाज को जेएसएफसी गोदाम डुमरी जाना था. लेकिन अनाज लदा ट्रक धनबाद पहुंच गया था. उस वक्त भी बिनोद समेत अन्य ग्रामीणों ने एफसीआई गोदाम संचालक (संवेदक ) पर सवाल उठाया था. उस वक्त ग्रामीणों ने तत्कालीन हरिहरपुर थाना पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाए थे. यहां सवाल था कि अनाज लदा ट्रक गया कहां. खैर इन सबों के बीच धनबाद पुलिस ने उस वक्त जांच की बात कही थी.
अगस्त 2022 में एक तरफ अनाज लदा ट्रक डुमरी जेएसएफसी गोदाम पहुंचा. इसकी पुष्टि उस वक्त के सहायक गोदाम प्रबंधक ने भी की थी. दूसरी तरफ इसी दौरान गोदाम के इसी संवेदक रामजी पाण्डेय से भी बात की गई थी. उस वक्त रामजी ने भी कहा था कि उनके यहां अनाज लोड नहीं हुआ था.
डीसी के निर्देश पर शुरू हुई थी जांच
चूंकि इस मामले की शिकायत उस वक्त ग्रामीणों ने जिले के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा से की थी. मामला सरकारी अनाज से जुड़ा था इसलिए डीसी ने जांच कमेटी गठित की. जांच कमेटी ने गेट पास समेत कई बिंदुओं की पड़ताल की थी. उस वक्त एफसीआई के गोदाम में कार्यरत सरकारी कर्मी ने साफ कहा था कि गेट पास उन्होंने जारी ही नहीं किए हैं. इसके बाद से अधिकारियों के कान खड़े हो गए. 2022 के अगस्त माह में ही ग्रामीणों को आभास हो गया था कि एफसीआई के गोदाम से सरकारी अनाज की हेराफेरी हो रही है. जिसे धनबाद, पश्चिम बंगाल में खपाया जा रहा है.
जेएसएफसी को नहीं मिला अनाज तो जगे एफसीआई के पदाधिकारी
वैसे रामजी पांडेय के गोदाम से अनाज गायब होने की भनक एफसीआई के अधिकारियों को लगती रही थी, लेकिन निगम को पूरा भरोसा नहीं था. लेकिन समय बीतते बीतते जांच भी तेज हुई. जेएसएफसी ने एरियर अनाज की मांग रखी तो धनबाद से आये एफसीआई की टीम ने गोदाम का फिजिकल वेरिफिकेशन किया. यहां पर स्टॉक के पंजियों की जांच की गई. पता चला कि यहां यह जानकारी मिली कि 29 और 30 जून 2023 को अनाज का उठाओ तो हुआ है, लेकिन अनाज गोदाम पहुंचा ही नहीं.
इस पर रामजी पांडेय से जवाब तलब किया गया लेकिन राम जी अपने जवाब से एफसीआई को संतुष्ट नहीं कर सके. रामजी पांडे की एजेंसी को टर्मिनेट कर दिया गया. बाद में एफसीआई के महाप्रबंधक मनोज कुमार ने प्राथमिक के लिए सीबीआई को आवेदन दिया. अनाज की गड़बड़ी जब की गई है उसे वक्त गोदाम में एफसीआई के प्रतिनिधित्व कमी भी अनुपस्थित थे.
अनाज कालाबाजारी की खबर लगातार प्रकाशित करता रहा ईटीवी भारत
यहां यह भी बता दें कि ग्रामीणों द्वारा अनाज लदे ट्रक को पकड़ने की खबर जो भी उस वक्त ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. उस खबर में सभी पक्ष की बातों को रखा गया था. इसके अलावा अनाज कालाबाजारी से जुड़ी कई खबरों को ईटीवी भारत प्रकाशित करता रहा है.
ट्रक पकड़ने वाले बिनोद ने सख्त कार्रवाई की मांग की
इधर, रामजी पांडेय के घर पर सीबीआई की दबिश के बाद 25 अगस्त को हरिहरपुर थाना इलाके में ट्रक पकड़ने वाले बिनोद महतो ने वीडियो बयान जारी किया हैं. इनका कहना है कि 25 अगस्त 2022 को कालाबाजारी को जा रहे अनाज लदे ट्रक को ग्रामीणों ने हरिहरपुर थाना को सुपुर्द कर दिया था. अब यह भी सामने आना चाहिए कि उक्त ट्रक का और उसपे लदे अनाज का क्या हुआ.
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