रायपुर : मेडिकल साइंस में समय से पहले बाल सफेद होने या झड़ने के कारण चाहे वह जेनेटिक हो टेंशन हो पोषण का अभाव हो या फिर कोई बीमारी जैसे कारण हो. लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसके ग्रह निश्चित है. हजारों साल पहले वैदिक ज्योतिष में शरीर के अंगों का स्वामित्व अलग-अलग ग्रहों को दिया गया. इसके आधार पर ही शरीर के बीमारियों का ग्रहों से संबंध होता है.
बालों का किस ग्रह से है संबंध : ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया, "बालों का संबंध शुक्र ग्रह से है. यदि शुक्र की अंतर्दशाएं चल रही है, तो बाल तेजी से झड़ने लगते हैं. इसके साथ ही जन्म कुंडली में शुक्र शुभ ना हो और शुक्र की दशाएं चल रही हो तो ऐसी स्थिति में भी बाल के झड़ने का सिलसिला लगातार बढ़ता चला जाता है. कई बार ऐसा भी कहा जाता है कि बुध के कारण भी बाल कई बार अस्त-व्यस्त हो जाते हैं. क्योंकि बुध ग्रह बुद्धि का कारक है."
"जब कभी भी बुद्ध की अंतर्दशा या चंद्रमा की अंतर्दशा चल रही हो तो ऐसी स्थिति में मानसिक व्यस्तता के कारण हमारी परिस्थितियां खराब हो जाती है. परिस्थितियों को खराब होने का सबसे ज्यादा प्रभाव बालों पर पड़ता है. यदि बुध खराब है और अस्त व्यस्त हैं, तो बाल बिखरे हुए होंगे. यदि राहु की दशा चल रही है और आप बहुत ज्यादा परेशान हैं तो बाल अस्त व्यस्त होने के साथ रूटीन भी खराब रहेगी. चंद्रमा की दशा के कारण भी इस तरह की अस्त-व्यस्तता आ सकती है." - पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी, ज्योतिष एवं वास्तुविद
बालों का लग्नेश और भाव से संबंध : बालों का झड़ना, बालों का अस्त व्यस्त होना, बालों का सफेद होना, इसका सीधा संबंध 9 ग्रहों से हो सकता है. लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि लग्नेश क्या है, दूसरा भाव क्या है और 12वां भाव क्या है. इन ग्रहों के प्रतिकूल होने की वजह से बालों के झड़ने की समस्या दिखाई देती है. इन ग्रहों की शांति करने पर आपके बाल स्वस्थ, सुंदर और बेहतर दिखाई देंगे. ऐसे में निश्चित तौर पर इन ग्रहों का असर बालों पर जरूर दिखाई पड़ता है.