जयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा के साथ गए महेंद्रजीत सिंह मालवीय पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के तीखे हमले जारी हैं. उन्होंने एक बार फिर महेंद्रजीत सिंह मालवीय को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने साफ कहा कि "अगर महेंद्रजीत सिंह मालवीय लोकसभा जाने का मंसूबा लेकर भाजपा के साथ गए हैं, तो उनका यह मंसूबा कामयाब नहीं होगा. वे लोकसभा नहीं जा पाएंगे." उन्होंने यह भी कहा कि "जैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉडल है, उस हिसाब से महेंद्रजीत सिंह मालवीय के परिवार में किसी को विधानसभा का टिकट नहीं मिलेगा. ऐसे में राजस्थान में या तो पीएम मोदी का मॉडल फेल होगा या मालवीय का प्लान फेल होगा."
मालवीय के कांग्रेस में जाने के बाद वागड़ के लिए पार्टी की रणनीति से जुड़े सवाल पर डोटासरा बोले, महेंद्रजीत सिंह मालवीय लोकसभा नहीं जा पाएंगे और उनके परिवार को विधायक की टिकट मिलेगी नहीं. जैसा मोदी का मॉडल है. भाजपा के कामकाज को लेकर डोटासरा ने कहा कि इनके हर जगह पर्ची आती है. उसी के मुताबिक काम होता है. उनके स्वविवेक से सरकार में कोई काम नहीं होता है.
25 फरवरी बाद संभव है CEC की बैठक : डोटासरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण के लिए केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक 25 फरवरी के बाद संभव है. राहुल गांधी की यात्रा 25 फरवरी को राजस्थान में प्रवेश करेगी. इसके बाद कुछ दिन का ब्रेक होगा. इसी दरम्यान CEC की बैठक हो सकती है.
मालवीय के इस्तीफे पर कही यह बात : विधायक के पद से महेंद्रजीत सिंह मालवीय के इस्तीफे से जुड़े सवाल पर डोटासरा ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने विधानसभा स्पीकर से बात की थी. स्पीकर का कहना है कि मालवीय का इस्तीफा तो आ गया लेकिन उन्होंने अभी इसका अध्ययन नहीं किया है. इस पर डोटासरा ने उनसे कहा कि इस्तीफा स्वीकार करने में अब क्या झंझट है. भाजपा कह रही है हमने इस्तीफा दिला दिया और हम कह रहे हैं स्वीकार करो.
चंडीगढ़ मॉडल से ही भाजपा की 370 सीट संभव : डोटासरा ने तंज कसते हुए कहा कि चंडीगढ़ मॉडल अपने तो अलग बात है, अन्यथा भाजपा नेता जो दावा कर रहे हैं 370 और 400 सीट का. उसमें दम नहीं है. अभी जनता के पास फैसला है. जनता ने दस साल तक मोदी और एनडीए का शासन देखा है. महंगाई, नौकरी, महिला सशक्तिकरण, विदेश नीति, किसान नीति या आर्थिक नीति, सब मुद्दों पर फेल रहे हैं. वे मुद्दों से ध्यान भटकाकर अहंकार की बात करते हैं. अब जनता मन बना चुकी है कि झूठे वादों में नहीं आएंगे.
विधायक सीएस को डिजायर लिख रहे ये दुर्भाग्य है : डोटासरा ने कहा- अभी दस दिन के लिए ट्रांसफर खोल रखे हैं. इन्होंने पहले दिन कहा था कि कोई भी ट्रांसफर अभिशंसा से नहीं होगा. सभी तबादले नीति से होंगे. सरकार के 50 दिन में नीतियां बन गई क्या?. यहां के विधायक मुख्य सचिव को डिजायर लिख रहे हैं. यह तो दुर्भाग्य है. चुने हुए जनप्रतिनिधि अगर अपने मंत्री को और मुख्यमंत्री को डिजायर नहीं देकर ब्यूरोक्रेट्स को डिजायर देने लग गए तो बंटाधार हो गया लोकतंत्र का.