रुड़की: हरिद्वार के कोर यूनिवर्सिटी रुड़की में 'भारत ज्ञान समागम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस समागम को शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है. आयोजन में देश भर के 26 राज्यों के 60 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति और करीब 600 कॉलेजों के प्राचार्यों ने भाग लिया. कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने भी शिरकत की.
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि आज जरूरत है कि हम अपने देश के युवाओं और छात्रों को इस तरह से तैयार करें कि वह आजादी के 100 साल पूरे होने तक भारत को दुनिया का नंबर एक राष्ट्र बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकें. यह देश को विकसित राष्ट्र बनाने और युवाओं को इसके लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के बीच जो गैप है, उसे कैसे कम किया जाए? इसका विश्लेषण इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से किया जा रहा है.
भारत ज्ञान समारोह में देशभर के शिक्षाविदों के साथ ही दुनिया भर में प्रख्यात लेखक, प्रेरक, वक्ता शिव खेड़ा ने भी करीब एक घंटे की स्पीच से लोगों को मोह लिया. उन्होंने कहा कि आज देश भर में स्किल के विकास की बात हो रही है. मगर केवल स्किल के विकास से बात नहीं बनेगी. बल्कि हमें स्किल के साथ चरित्र निर्माण भी करना होगा.
कोर यूनिवर्सिटी के चांसलर जेसी जैन ने बताया कि भारत सरकार ने साल 2027 तक देश को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का एलान किया है. इसी के साथ साल 2047 तक भारत को दुनिया का सबसे विकसित राष्ट्र बनाना है. इसी संकल्प को पूरा करने में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. उन्होंने बताया कि भारत ज्ञान समगम में इन सब पर चिंतन मंथन किया जाएगा.
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