अयोध्या : सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शनिवार को अयोध्या में थीं. राज्यपाल छावनी में चल रहे प्रख्यात कथाकार रमेश भाई ओझा की रामकथा में भी वह शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य सुंदर मंदिर बन चुका है, इसी तरह से यहां के आंगनबाड़ी केंद्रों को भी सजाया-संवारा जाएगा. उन्हें शिक्षा का मंदिर बनाया जाएगा.
राज्यपाल ने कहा कि मैं पूर्व में अयोध्या आई थी, इस दौरान मैंने अपने साथ मौजूद अधिकारियों से पूछा कि दिव्य और भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद लाखों भक्त दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं. ऐसे में आसपास छोटे-छोटे बच्चे भूखे और नंगे घूमेंगे तो लोग क्या सोचेंगे ?, वे सोचेंगे कि इनके लिए हम कुछ नहीं कर पाए.
ऐसे में यह रणनीति बनाई गई है कि अयोध्या नगर सहित संपूर्ण जनपद में जितने भी आंगनबाड़ी केंद्र हैं, सबका कायाकल्प करवाया जाएगा. राज्यपाल ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री चिंता करते हैं कि आज के 25 वर्ष बाद जब देश की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे तो उस समय देश की जिम्मेदारी किसके ऊपर होगी, और कौन देश को एक विकसित भारत बनाएगा ?.
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के लिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किए गए आंगनबाड़ी केंद्रों में ही ही धीरे-धीरे बच्चे आगे बढ़ेंगे और एक विकसित भारत के मार्ग को प्रशस्त करेंगे. हम बड़े कॉलेज और यूनिवर्सिटी की ओर देखते हैं, जबकि आंगनबाड़ी केंद्र को सुसज्जित करने की आवश्यकता है. यहां 3 से 6 वर्ष के बच्चे उठना-बैठना, चलना और लिखना सीखते हैं. उनमें संस्कार की नींव भी यहीं पड़ती है.
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें आंगनबाड़ी केंद्र को कॉलेज व यूनिवर्सिटी और जनता के साथ सीधे जोड़ना होगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश के 12000 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र में मुहिम भी शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधाओं से सुसज्जित करने का काम शुरू होगा. इस काम को 4 से 6 माह में पूरा कर लिया जाएगा.
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