पाकुड़: संथाल परगना के गोड्डा में अडानी पावर प्रोजेक्ट चल रहा है. लेकिन सीएसआर के तहत काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. ऐसा ही नजारा पाकुड़ में देखने को मिला. जहां सड़क सुरक्षा को लेकर गुरुवार को परिवहन विभाग ने जागरुकता अभियान चलाया और बाइक सवारों को जागरूक करने के साथ-साथ उनके बीच हेलमेट भी बांटे. लेकिन जब इस अभियान में अडानी कंपनी द्वारा मिल रही मदद को लेकर सवाल पूछा गया तो प्रशासन और कंपनी की ओर से अलग-अलग जवाब मिले. जिससे सीएसआर के तहत होने वाले काम पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
बांटे गए हेलमेट: दरअसल, जागरुकता अभियान में जिला मुख्यालय के कई स्कूलों के छात्र-छात्राएं, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य और अडानी पावर प्रोजेक्ट के कई कर्मी और अधिकारी शामिल थे. जागरुकता अभियान की जानकारी देते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी संजय पीएम कुजूर ने बताया कि सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है. इसके तहत वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है. साथ ही बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों के बीच हेलमेट का वितरण भी किया जा रहा है.
डीटीओ ने कहा- कंपनी से मिली मदद: यह कार्यक्रम किसके सौजन्य से आयोजित किया जा रहा है, इस सवाल पर डीटीओ ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा चलाये गये आज के कार्यक्रम में अडानी कंपनी ने सहयोग किया है. पूछे गए सवाल पर डीटीओ ने कहा कि अडानी कंपनी ने सीएसआर के तहत विभाग को कुछ हेलमेट उपलब्ध कराये हैं और शिक्षा विभाग का भी सहयोग रहा है.
मैनेजर ने डीटीओ के बयान का खंडन: इस कार्यक्रम में अडानी कंपनी के ट्रांसमिशन लाइन की देखरेख कर रहे मैनेजर संजीव दे ने कहा कि कंपनी सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर है. परिवहन विभाग के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया गया है. पूछने पर मैनेजर ने बताया कि कंपनी की ओर से एक भी हेलमेट उपलब्ध नहीं कराया गया है और न ही सीएसआर के तहत कोई काम किया गया है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अडानी कंपनी द्वारा सीएसआर के तहत कई काम किए जायेंगे.
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