पटना: बिहार में शिक्षकों के तबादले को लेकर शिक्षा विभाग की पहल शुरू हो गई है. विभाग के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षकों के नई ट्रांसफर पॉलिसी पर बनी कमेटी की अगली बैठक मंगलवार 16 जुलाई को होने जा रही है. कमेटी को हर हाल में 20 जुलाई तक रिपोर्ट तैयार कर लेनी है. इस ट्रांसफर पॉलिसी की बैठक में अनुकंपा से संबंधित बहाली, छुट्टी कैलेंडर और बिहार शिक्षक कैडर को लेकर भी नीति बनानी है.
बिहार में शिक्षक के लिए तबादला नीति: इस बैठक से उन शिक्षकों को लाभ होने की उम्मीद है, जो अपने गृह जिले में पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं. यह कमेटी अपनी रिपोर्ट बिहार विधानसभा के मानसून सत्र खत्म होते ही शिक्षा विभाग के मंत्री को सौंपेगी. जानकारी के मुताबिक 27 जुलाई को अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के पास कमेटी की रिपोर्ट चली जाएगी. उसके साथ ही जो शिक्षक अपना तबादला चाहते हैं, वह एक अगस्त से शिक्षा विभाग के पोर्टल ई-शिक्षा कोष में आवेदन करना शुरू कर देंगे और विभाग उनसे आवेदन की मांग भी करेगा.
पति-पत्नी साथ में कर सकेंगे काम: जानकारी यह मिल रही है कि ट्रांसफर के लिए शुरू में आवेदन सक्षमता परीक्षा पास कर चुके 1.87 लाख शिक्षक ही कर सकेंगे. यह कमेटी शिक्षकों का स्थानांतरण को लेकर भी नीति तैयार कर रही है, जिसमें पति-पत्नी अलग-अलग जगह काम कर रहे हैं. ऐसे में वह एक प्रखंड या नजदीकी प्रखंड के विद्यालयों में पद स्थापित हो सकेंगे. सक्षमता परीक्षा पास कर चुके शिक्षकों का नियोजन इकाई से ट्रांसफर होगा.
छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर तबादला: इसके अलावा ट्रांसफर पॉलिसी में शिक्षक छात्र रेश्यो का विशेष ख्याल रखा जाएगा. जिन जगहों पर छात्रों के अनुपात में शिक्षक अधिक है, वहां से शिक्षक उन विद्यालयों में भेजे जाएंगे, जहां शिक्षकों का अनुपात छात्रों की तुलना में कम है. जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक बीपीएससी परीक्षा पास कर बने शिक्षक को भी स्थानांतरण का लाभ मिलेगा. इसके साथ ही ट्रांसफर में महिला, दिव्यांग और गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी.
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