कानपुर : मानसिक रोग से पीड़ित मरीजों का इलाज अब आसान होगा. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग को शासन से बड़ा तोहफा मिला है. विभाग की सूरत बदलने के लिए शासन ने 21.17 करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर दिया है, जिससे यहां आधुनिक सुविधाओं वाली मशीनें तो लगेंगी ही, साथ ही स्टाफ की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. पहली किस्त के रूप में पांच करोड़ 29 लाख रुपये विभाग को मिल भी गए हैं.
स्टेट ऑफ आर्ट सेंटर बनाकर देंगे मरीजों को हरसंभव इलाज : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में मानसिक रोग विभाग के डॉ. धनंजय ने बताया कि अब मानसिक रोग विभाग को हम स्टेट ऑफ आर्ट सेंटर बनाएंगे. जिसमें एक नशा मुक्ति वार्ड भी होगा. अभी तक विभाग में केवल 10 बेड थे, जिनकी संख्या बढ़ाकर 30 की जाएगी. नशा मुक्ति वार्ड के लिए 10 प्राइवेट रूम बनाए जाएंगे. अभी तक विभाग में केवल दो कंसलटेंट थे, जिनकी संख्या सरकार ने बढ़ाकर 6 कर दी है. इसके अलावा पांच सीनियर रेजीडेंट, पैरामेडिकल स्टाफ, 35 नर्सेस की टीम भी मरीजों को जल्द से जल्द बेहतर इलाज मुहैया कराएगी.
ये सुविधाएं भी मिलेंगी: आरटीएमएस पद्धति और इंटरवेशन पद्धति से इलाज, बायोफीडबैक रूम, ईसीजी, लैब, ईसीटी व ईसीजी की सुविधा, सेमिनार हॉल, कंसलटेंट चैम्बर, म्यूजिक थेरेपी रूम, ऑक्यूपेशनल थेरेपी रूम, रेक्रीएशनल थेरेपी रूम, कांफ्रेंस रूम आदि की व्यवस्था.
तीन माह में टेंडर, 2 साल में सेंटर होगा तैयार: डॉ.धनंजय ने बताया कि तीन माह में इस सेंटर का टेंडर करा लिया जाएगा. इसके बाद करीब दो साल के अंदर पूरा भवन बनकर तैयार हो जाएगा. मौजूदा समय में करीब एक करोड़ रुपये से भवन के जीर्णोद्धार का काम जारी है.
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