गोरखपुर : गोरखपुर एम्स को स्थाई कार्यकारी निदेशक के रूप में डॉ. विभा दत्ता के रूप में तैनाती मिली है. डाॅ. दत्ता भारतीय सेना में बतौर मेजर जनरल सेवाएं दे चुकी हैं. इसके पहले नागपुर एम्स की स्थापना से लेकर 5 वर्षों तक संचालन का दायित्व भी निभा चुकी हैं. गोरखपुर एम्स का कार्यभार ग्रहण करने के बाद डाॅ. विभा मीडिया से मुखातिब हुईं और अपने प्राथमिकता वाले कार्यों की जानकारी साझा की.
डाॅ. विभा ने कहा कि एम्स में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं बढ़ाने समेत डॉक्टरों की कमी को दूर की जाएगी. मरीजों को अच्छी सुविधाएं मिले यह उनकी प्राथमिकता में शामिल है. नागपुर एम्स के अनुभव के आधार पर गोरखपुर एम्स को भी बेहतर बनाने का प्रयास जारी रहेगा. ट्रामा इमरजेंसी की व्यवस्था बेहतर करने के साथ ओपीडी और आईपीडी की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. यहां पढ़ने वाले छात्रों के मेस और हॉस्टल की सुविधा को भी बेहतर बनाया जाएगा.
डॉ. विभा के अनुसार गोरखपुर एम्स में स्वास्थ्य सुविधाओं के जरूरतों को देखते हुए निर्माण की प्रक्रिया में कुछ कमियां हैं. अब उसमें बेहतर व्यवस्था करने का प्रयास उनका होगा. वर्ष 2018 में डॉ. विभा को एम्स नागपुर का निदेशक बनाया गया था, तब वहां निर्माण कार्य चल रहे थे. उन्होंने अपनी देखरेख में स्वास्थ्य की जरूरत के हिसाब से विभिन्न विभागों का निर्माण कराया. जहां जरूरत समझी उसमें परिवर्तन कराया.
नागपुर में 5 साल सेवाएं देने के बाद वह वर्ष 2023 में सेवानिवृत हो गई थीं. एम्स नागपुर की निदेशक बनने से पहले वह वर्ष 2016 से 2018 तक लखनऊ सेना के मध्य कमान में तैनात रहीं. उन्होंने आर्मी मेडिकल कोर में करीब 40 वर्षों तक सेवाएं दी हैं, वह पैथोलॉजिस्ट भी हैं. डाॅ. विभा ने एमबीबीएस की पढ़ाई दिल्ली स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज से की है.