किशनगंज: पश्चिम बंगाल में सोमवार सुबह कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जानकारी के मुताबिक 15 लोग मारे गए, जबकि 60 से अधिक घायल हो गए हैं. हादसा न्यू जलपाईगुड़ी से कोलकाता जाने के दौरान सिलीगुड़ी से सटे फांसीदेवा ब्लॉक के घोषपुकुर इलाके में हुआ. जिस पटरी पर कंचनजंगा ट्रेन थी, उसी पटरी पर मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मारी थी. मृतकों में मालगाड़ी के दोनों लोको पायलट भी शामिल हैं.
बेगूसराय भेजा गया शवः मिली जानकारी के अनुसार राहत बचाव कार्य पूरा कर लिया गया. सभी यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य की ओर भेज दिया गया है, वहीं हादसे में मारे गये लोको पायलट के शव को भी उनके आवास पर भेजा जा रहा है. मालगाड़ी के जो दोनों लोको पायलट मारे गये हैं, उनमें बेगूसराय के अनिल कुमार भी शामिल हैं. रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार रेल कर्मियों ने अनिल कुमार को श्रद्धांजलि दी. उसके बाद उनके शव को बेगूसराय भेज दिया गया है.
किशनगंज में रेलयात्रियों को कराया भोजनः दुर्घटनाग्रस्त कंचनजंगा एक्सप्रेस यात्रियों को लेकर एक ट्रेन किशनगंज पहुंची. रेल प्रशासन ने यात्रियों को भोजन उपलब्ध करवाया. किशनगंज से 80 किमी दूर बंगाल के रंगा पानी में हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद शाम को कंचनजंगा एक्सप्रेस यात्रियों को लेकर किशनगंज पहुंची. किशनगंज स्टेशन पर जैसे ही ट्रेन पहुंची जीआरपी,आरपीएफ के जवानों के साथ साथ मारवाड़ी समाज, किशनगंज ब्लड डोनर्स, रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य, भाजपा कार्यकर्ताओं ने यात्रियों को भोजन उपलब्ध करवाया.
यात्रियों ने आपबीती सुनाई : पीड़ित रेल यात्रियों ने बताया कि दुर्घटना काफी भीषण थी. उनलोगों ने ईश्वर का आभार जताते हुए कहा कि उनकी कृपा से ही सकुशल घर पहुंचे हैं. यात्रियों के चेहरे पर अभी भी दहशत का माहौल था. इस मौके पर स्टेशन मास्टर दीपक कुमार, मनीष जालान, भावेश जालान, अरविंद मंडल, जय किशन प्रसाद, मनोज जालान, प्रदीप मुंद्रा, संतोष सोमानी, सीटीआई राजेश कुमार, गोपाल झा सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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