सूरजपुर : गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोला है. प्रतापपुर थाना से चंदौरा तक 13 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण किया जा रहा है.गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सड़क निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है.जिसे लेकर पीडब्ल्यूडी के अफसर और ठेकेदार गंभीर नहीं है.यदि इसी तरह से सड़क का निर्माण हुआ तो आने वाले दिनों में परेशानी आम जनता को होगी.
रैली निकालकर जताया विरोध : गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चंदौरा हाईवे रोड के किनारे एक आम सभा आयोजित की.इस सभा के बाद रैली निकालकर कार्यकर्ताओं ने सड़क निर्माण में गड़बड़ी और घटिया सामग्री के इस्तेमाल का विरोध किया. गोंगपा के कार्यकर्ता विरोध करते हुए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसके साथ ही स्थानीय विधायक पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया.
' चंदौरा हाईवे रोड का निर्माण किया जा रहा है.जिसमें भारी अनियमितता बरती जा रही है.पहले भी हम लोगों ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की बात कही थी.इसके लिए जांच करने आवेदन दिया था.लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी.इसलिए हमें आज आंदोलन करना पड़ा है. आने वाले दिनों में जांच का आश्वासन मिला है.लेकिन यदि घटिया निर्माण जारी रहा तो जिला प्रशासन को आवेदन देकर बड़ा आंदोलन करेंगे.'- राजकुमार बोया, संभागीय सचिव
प्रदर्शनकारी मांगों पर अड़े रहे : लगभग दो घंटे तक चले इस विरोध प्रदर्शन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शासन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी सड़क निर्माण के भ्रष्टाचार और गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग कर रहे थे. पुलिस और प्रशासन ने काफी प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को शांत नहीं हुआ.
इस दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला और संभागीय नेताओं ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने अपनी 5 मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा और आश्वासन मिलने के बाद अपना आंदोलन समाप्त कर दिया. ज्ञापन में मांग की गई कि सड़क की गुणवत्ता की जांच हो और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
19 नवंबर को उग्र आंदोलन की चेतावनी : गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं ने इस बात की चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे 19 नवंबर को भेड़िया में उग्र आंदोलन और चक्का जाम करेंगे.