नई दिल्ली: दिल्ली के शाहदरा जिले के गीता कॉलोनी शास्त्री नगर इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां 9 साल की एक बच्ची को उसकी मां ने बाहर ज्यादा समय तक खेलने पर डांट लगा दी तो वह घर छोड़कर चली गई. बच्ची के घर से अचानक बाहर चले जाने के बाद उसके परिजनों ने उसको ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह कहीं नहीं मिली. इसके बाद बच्ची की गुमशुदा होने के बाद परेशान मां ने पुलिस को शिकायत की.
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गुमशुदा बच्ची की आसपास तलाश शुरू कर दी. करीब 48 घंटे के लंबे प्रयासों के बाद अब गीता कालोनी पुलिस ने बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है. शाहदरा डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि 11 अगस्त को गीता कॉलोनी थाने में एक मामला दर्ज किया था. इसको घर छोड़कर कहीं चली गई. 9 साल की मासूम बच्ची की मां की शिकायत पर खोज निकाला गया.
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय न्याय संहिता की धारा 137 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की. इसके बाद गीता कॉलोनी थाना एसएचओ सत्यवान लठवाल की कड़ी निगरानी में एसआई अरविंद कुमार सैनी, हेड कांस्टेबल मोहित और नवीन की एक टीम गठित की गई. जिसने बच्ची को इधर-उधर तलाशना शुरू किया. बच्ची की तलाशी के लिए हरसंभव प्रयास किए गए.
200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खंगालाः दिल्ली के सभी थानों में वायरलेस पर मैसेज छोड़ा गया. साथ ही पुलिस ने करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जांच की गई, लेकिन कोई सुराग गुमशुदा बच्ची की नहीं मिल सकी. इसके बाद पुलिस ने जमीनी स्तर पर उसकी तलाशी करने के लिए डोर टू डोर जांच की और लोगों को बच्ची की फोटो दिखाकर पहचान करने का प्रयास किया. इस दौरान पता चला कि बच्ची को गीता कॉलोनी के 7 ब्लॉक स्थित गुरुद्वारे के पास देखा गया है. इस सुराग को आधार बनाते हुए पुलिस टीम ने चाचा नेहरू अस्पताल के बाहर बिरयानी बेचने वाले शख्स को उसकी फोटो दिखाई और पहचान कराने की कोशिश की.
बिरयानी बेचने वाले शख्स ने दी बच्ची की जानकारीः फोटो देखकर उसने बताया कि कुछ घंटे पहले बच्ची बिरयानी लेकर गई थी. इस सुराग के मिलने के बाद पुलिस ने कुछ राहत की सांस ली और उसकी तलाशी को तेज किया. टीम के मैंबर मोहित और नवीन ने चाचा नेहरू अस्पताल के सभी फ्लोर को खंगालना शुरू किया. इसके बाद उनको लड़की अस्पताल के थर्ड फ्लोर पर सुरक्षित मिली. बच्ची से उसके माता-पिता के मौजूदगी में पूछताछ की गई तो उसने खुलासा किया कि वह अपनी मां की डांट से नाराज होकर बाहर चली गई थी.
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गुमशुदा बच्ची के मिलने के बाद परिजनों की खुशी का नहीं रहा ठिकानाः उसकी मां ने उसको ज्यादा समय तक बाहर खेलने पर डांट दिया था. बच्ची की बरामदगी के बाद पुलिस ने सभी जरूरी लीगल और मेडिकल प्रक्रियाओं को अपनाते हुए बच्ची को सुरक्षित पाया है और उसके परिजनों को सौंप दिया. करीब 48 घंटे के लंबे प्रयासों के बाद गुमशुदा बच्ची के मिलने के बाद परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
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