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कानपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का झांसा, युवती से ठग लिए 22 लाख रुपये - 22 lakhs cheated from girl

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 16, 2024, 1:57 PM IST

छत्रपति शाहू जी विश्वविद्यालय में नौकरी दिलाने और पीएचडी करने का झांसा देकर युवती से 22.18 लाख रुपये की ठगी कर ली गई.

कानपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवती से ठगी.
कानपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवती से ठगी. (Photo Credit; ETV Bharat)

कानपुर: छत्रपति शाहू जी विश्वविद्यालय में नौकरी दिलाने और पीएचडी करने का झांसा देकर युवती से 22.18 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. आरोपी युवक ने रुपये हड़पने से पहले युवती को कानपुर विश्वविद्यालय का फर्जी नियुक्ति पत्र व पीएचडी की फर्जी डिग्री भी दी थी. युवती जब नियुक्ति पत्र लेकर कानपुर विश्वविद्यालय पहुंची तो उसे खुद के साथ हुई ठगी की जानकारी हुई. इसके बाद पीड़िता ने ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरिश चन्दर से इसकी शिकायत की. वहीं, आदेश के बाद स्वरूप नगर पुलिस ने आरोपी युवक, उसकी मां, उसकी महिला मित्र और उसकी बहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

किस्तों में लिए रुपये: स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आर्यनगर निवासी तान्या दीक्षित ने बताया कि पनकी के सी ब्लॉक निवासी विक्रम सिंह का उसके घर आना-जाना था. विक्रम अक्सर अपनी मां तृप्ति सिंह और महिला मित्र प्रियंका सिंगर को भी लेकर उसके घर आता था. इस दौरान एक दिन उसने तान्या को कानपुर विश्वविद्यालय में नौकरी लगवाने और पीएचडी करने की बात कही. तान्या के मुताबिक विक्रम ने इसके एवज में 22 लाख रुपये का खर्च बताया. वह विक्रम के झांसे में आ गई. विक्रम ने अलीगढ़ स्थित मंगलायात यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री दिलाने और कानपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी के नाम पर 22.18 लाख रुपए किस्तों में ले लिए. जुलाई में जॉइनिंग करने का वादा किया.

डाक के जरिए मिला नियुक्ति पत्र, व्हाट्सएप पर पीएचडी की डिग्री: तान्या ने बताया कि कुछ दिन बाद डाक के माध्यम से उसको एक नियुक्ति पत्र मिला. वहीं उनके नंबर पर विक्रम ने व्हाट्सएप के जरिए एचडी की डिग्री भी भेजी. डाक के माध्यम से मिले नियुक्ति पत्र को लेकर जब वह ज्वाइन करने के लिए कानपुर विश्वविद्यालय पहुंची तो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने उसे फर्जी बताया. यह सुनकर उसके होश उड़ गए. फिर उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. तान्या ने जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र से इस मामले की शिकायत की.

इस मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरीश चन्दर ने बताया कि पीड़िता द्वारा ठगी के मामले को लेकर शिकायत की गई है. दी गई तहरीर के आधार पर स्वरूप नगर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस जांच पड़ताल कर रही है.

यह भी पढ़ें : कानपुर में गैंग रैप पीड़िता की मौत; किसान की बेटी संग 30 अगस्त को हुई थी घटना, 4 आरोपी गिरफ्तार - Kanpur Gang Rape

कानपुर: छत्रपति शाहू जी विश्वविद्यालय में नौकरी दिलाने और पीएचडी करने का झांसा देकर युवती से 22.18 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. आरोपी युवक ने रुपये हड़पने से पहले युवती को कानपुर विश्वविद्यालय का फर्जी नियुक्ति पत्र व पीएचडी की फर्जी डिग्री भी दी थी. युवती जब नियुक्ति पत्र लेकर कानपुर विश्वविद्यालय पहुंची तो उसे खुद के साथ हुई ठगी की जानकारी हुई. इसके बाद पीड़िता ने ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरिश चन्दर से इसकी शिकायत की. वहीं, आदेश के बाद स्वरूप नगर पुलिस ने आरोपी युवक, उसकी मां, उसकी महिला मित्र और उसकी बहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

किस्तों में लिए रुपये: स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आर्यनगर निवासी तान्या दीक्षित ने बताया कि पनकी के सी ब्लॉक निवासी विक्रम सिंह का उसके घर आना-जाना था. विक्रम अक्सर अपनी मां तृप्ति सिंह और महिला मित्र प्रियंका सिंगर को भी लेकर उसके घर आता था. इस दौरान एक दिन उसने तान्या को कानपुर विश्वविद्यालय में नौकरी लगवाने और पीएचडी करने की बात कही. तान्या के मुताबिक विक्रम ने इसके एवज में 22 लाख रुपये का खर्च बताया. वह विक्रम के झांसे में आ गई. विक्रम ने अलीगढ़ स्थित मंगलायात यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री दिलाने और कानपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी के नाम पर 22.18 लाख रुपए किस्तों में ले लिए. जुलाई में जॉइनिंग करने का वादा किया.

डाक के जरिए मिला नियुक्ति पत्र, व्हाट्सएप पर पीएचडी की डिग्री: तान्या ने बताया कि कुछ दिन बाद डाक के माध्यम से उसको एक नियुक्ति पत्र मिला. वहीं उनके नंबर पर विक्रम ने व्हाट्सएप के जरिए एचडी की डिग्री भी भेजी. डाक के माध्यम से मिले नियुक्ति पत्र को लेकर जब वह ज्वाइन करने के लिए कानपुर विश्वविद्यालय पहुंची तो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने उसे फर्जी बताया. यह सुनकर उसके होश उड़ गए. फिर उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. तान्या ने जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र से इस मामले की शिकायत की.

इस मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरीश चन्दर ने बताया कि पीड़िता द्वारा ठगी के मामले को लेकर शिकायत की गई है. दी गई तहरीर के आधार पर स्वरूप नगर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस जांच पड़ताल कर रही है.

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