गिरिडीहः एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक की पत्नी जया दी को गिरिडीह पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. जया ऊर्फ चिंता को मधुबन थाना कांड संख्या 01/2019 में गिरफ्तार किया जा सकता है. यह मामला मुठभेड़ से जुड़ा है. जया अभी धनबाद के एक अस्पताल में इलाजरत है. जया को गिरिडीह लाने के बाद पूछताछ की जायेगी. हालांकि गिरफ्तारी के मामले में गिरिडीह पुलिस कुछ भी अभी बताने से परहेज कर रही है.
यहां बता दें कि धनबाद के टुंडी प्रखंड अंतर्गत दलूबेडा निवासी प्रयाग मांझी नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी का मेंबर है. उस पर एक करोड़ का इनाम है. उसकी पत्नी जया दी ऊर्फ चिंता भी संगठन की बड़ी नक्सली है. जया भाकपा माओवादी नक्सली संगठन की महिला विंग को भी देखा करती थी. जया की तबीयत इन दिनों काफी खराब चल रही थी. ऐसे में उसे इलाज के लिए धनबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसी क्रम में पुलिस को भनक लगी और जया को हिरासत में ले लिया गया.
कुबरी - छछंदो में हुई थी मुठभेड़
वैसे जया के खिलाफ गिरिडीह के विभिन्न थानों में लगभग एक दर्जन मामले दर्ज हैं, लेकिन अभी जया को मधुबन थाना कांड संख्या 01/2019 में गिरफ्तार किया जाएगा. यह कांड मुठभेड़ के बाद दर्ज हुआ था.
क्या हुआ था उस दिन
यहां बता दें कि 11 जनवरी 2019 की शाम छह बजे जिले के तत्कालीन एसपी सुरेन्द्र कुमार झा को यह सूचना मिली थी कि मधुबन थाना इलाके के मोहनपुर, बदवारा, छछंदो तथा कुबरी के जंगली क्षेत्र में भाकपा माओवादी के दस्ते को देखा गया है. इस दस्ते में अजय महतो, राम दयाल महतो, कृष्णा मांझी, प्रशांत मांझी, रणविजय महतो, नुनुचंद महतो, चंचल, साहेबराम मांझी, जया दी, कटी मरांडी, जूना, प्रयाग मांझी, छोटू समेत कई नक्सली हैं.
इनकी मंशा सरकार की नीतियों का विरोध करना, सरकारी निर्माण कार्य से लेवी लेना, पुलिस - सुरक्षा बल पर हमला करने की है. इस सूचना के बाद उस वक्त एएसपी दीपक कुमार को सर्च करने का निर्देश दिया गया. इस निर्देश के आलोक में सीआरपीएफ 154 बटालियन की बी कंपनी के साथ जिला पुलिस की टीम क्षेत्र में पहुंची.
इलाके को सर्च किया जाने लगा, तभी अगले दिन सुबह सुबह नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस - सीआरपीएफ ने भी जवाबी फायरिंग करते हुए घेराबंदी की परंतु नक्सली भाग निकले. इस दौरान सर्च अभियान में नक्सलियों का बैनर मिला था. इसके अलावा पर्चा भी पाया गया था. बाद में इस मामले को लेकर मधुबन थाना में कांड अंकित किया गया था.
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