गिरिडीहः गोरे अंग्रेजों को खदेड़ने के लिए 1855 में झारखंड की धरती से उलगुलान हुआ था. अब आज गोरे अंग्रेजों के जाने के बाद इस देश की सत्ता पर जो काले अंग्रेज बैठे हैं उनके खिलाफ इस बार रांची के प्रभात तारा मैदान में उलगुलान न्याय महारैली का आयोजन किया गया है. इस रैली के बाद जो संदेश निकलेगा उससे जनता वर्तमान में देश की सत्ता पर काबिज काले अंग्रेजों को खदेड़ देगी. उलगुलान न्याय महारैली में शामिल होने से पहले झामुमो नेता सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में ये बातें कहीं हैं.
केंद्र की गलत नीतियों से गिरा वोट प्रतिशत
गिरिडीह से झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि दो दिनों पूर्व हुए आम चुनाव के मतदान के प्रतिशत बता रहे हैं कि केंद्र सरकार की नीतियों से जनता उदासीन हो चुकी है. जुमलेबाजी की परत जो इनके चेहरे पर चढ़ी हुई है वह उतर चुकी है और जनता वास्तविक भी समझा चुकी है. आगामी 4 जून को भारतीय जनता पार्टी गई, मतदान के पैमाने का आकलन पहले चरण ने कर दिया.
जेएमएम विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि पूरे देश में 7 से 8 प्रतिशत मतदान कम हुआ है. नागालैंड जैसे राज्य के कई जिलों में जीरो प्रतिशत मतदान होना शर्मसार वाली बात है. राज्य के चार लाख लोगों द्वारा मतदान का प्रयोग नहीं किया जाना यह बताता है कि आपकी बनायी इस लोकतांत्रिक व्यवस्था में संवैधानिक संस्था ढह चुकी हैं और लोगों का भरोसा व्यवस्था से उठ चुका है. नैतिकता का तकाजा तो यह कहता है कि फकीर के झोला उठाकर जाने का समय आ चुका है. उलगुलान न्याय महारैली ये तय करेगी कि फकीर झोला उठाकर कब चलेगा.
जनता सब देख रही है
विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि जनता वर्ष 2014 के अच्छे दिनों की आस अभी तक देख रही है. 15 लाख रुपया के खाते में कब आएगा यह देख रही है. स्विस बैंक में जमा काला धन भारत आएगा ये देख रही है, 2022 तक सभी के घरों की छत पक्की होनी थी जो नहीं हुई वो भी देख रही है. 2022 तक किसानों की आय बढ़ने के वादे को देख रही है, प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ नौकरियां और रोजगार मिलेगा वह भी देख रही है.
झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार ने बीजेपी पर तल्खी दिखाते हुए कहा कि इतना कुछ न होने के बाद भी अगर भाजपा यह कहती है कि वे रैली करेंगे और जनता को बरगलाएंगे तो जनता सब समझ चुकी है. विधायक ने कहा कि मैं दावे के साथ कहता हूं कि लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण के आने से पहले स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो चुकी होगी.