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सावन की पहली सोमवारी पर कल बदला रहेगा गाजियाबाद का रूट, देखें किधर से जाएं - 1st monday GHAZIABAD route divert

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 21, 2024, 4:34 PM IST

1st monday route diversion in GHAZIABAD: 22 जुलाई 2024 सोमवार से श्रावण महीने की शुरुआत हो रही है. इसको लेकर दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी संख्या उमड़ने का अनुमान है. जिसके मद्देनजर गाजियाबाद में कई जगहों पर रूट डायवर्ट किया गया है. ताकि यहां आनेवालों भक्तों को दर्शन और जलाभिषेक में कोई परेशानी ना हो.

सोमवार को दूधेश्वर के जन सैलाब को देखते हुए Ghaziabad में रूट डायवर्सन
सोमवार को दूधेश्वर के जन सैलाब को देखते हुए Ghaziabad में रूट डायवर्सन (ETV BHARAT)

नई दिल्ली/गाजियाबाद: 22 जुलाई यानी सोमवार से श्रावण मास की शुरुआत होने जा रही है. सावन का महीना शुरू होते ही गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ता है. ऐसे में दूधेश्वर नाथ मंदिर के आसपास रूट डायवर्ट किया गया है. रूट डायवर्जन 21 जुलाई रात 10:00 बजे से 22 जुलाई रात 12:00 बजे तक लागू रहेगा.

महंत नारायण गिरी के मुताबिक, श्रावण मास, श्रावण सोमवार और श्रावण शिवरात्रि के लिए जिन भक्तों ने रूद्राभिषेक के लिए पंजीकरण कराया है, उन्हें गेट नंबर दो से अंदर लाया जाएगा. चतुर्दशी और श्रावण शिवरात्रि का जल 2 अगस्त को अपराह्न 3.30 से शुरू होकर शनिवार 3 अगस्त को 3.50 तक चढ़ेगा.. सभी कांवडिएं रात्रि तक जलाभिषेक करके चले जाएंगे. श्रावण शिवरात्रि पर मंदिर समिति ने ये भी तय किया है कि कोई भी स्वयंसेवक बीच में खुद भगवान का जलाभिषेक नहीं करेगा और ना ही अपने परिवार से ही जलाभिषेक कराएगा.

सावन के पहले सोमवार पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर पहुंचेंगे. चौधरी मोड़ की ओर से हापुड़ तिराहा नेरठ तिराहा की ओर जाने वाले वाहनों को घण्टाघर पलाईओवर के उपर से भेजा जायेगा. घंटाघर फ्लाईओवर से नीचे जस्सीपुरा और हापुड़ तिराहा की ओर किसी भी दशा में किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया जायेगा. प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में एक अगस्त से 3 अगस्त तक कावड़ मेले का आयोजन होगा.

मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि 22 जुलाई से 19 अगस्त तक प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में श्रवण महामहोत्सव मनाया जाएगा. इस दौरान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में लाखों शिव भक्त कांवडिएं भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना करेंगे और उनका जलाभिषेक करेंगे. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड समेत देश के सभी राज्यों से भक्त पूजा-अर्चना के लिए आएंगे.

ये भी पढ़ें : दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में सावन में उमड़ता है आस्था का सैलाब, जानिए क्या है मान्यता

विजयनगर की और से आने वाले शहन गौशाला बैरियर से आगे दुधेश्वर नाथ मन्दिर की ओर नहीं जा सकेंगे. दूधेश्वर नाथ मन्दिर पर चौधरी मोड़ की ओर से जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को रामलीला मैदान में पार्क करेंगे और जलाभिषेक के लिए मन्दिर तक पैदल जायेंगे. विजयनगर की ओर से जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को मिलिट्री ग्राउण्ड में पार्क करेंगे एवं जलाभिषेक के लिए मन्दिर तक पैदल जायेंगे.

ये भी पढ़ें : कांवड़ यात्रा के मद्देनजर गाजियाबाद में 26 जुलाई से ट्रैफिक डायवर्ट, जानिए किन रास्तों पर ऑटो और हल्के वाहनों की एंट्री बंद?

नई दिल्ली/गाजियाबाद: 22 जुलाई यानी सोमवार से श्रावण मास की शुरुआत होने जा रही है. सावन का महीना शुरू होते ही गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ता है. ऐसे में दूधेश्वर नाथ मंदिर के आसपास रूट डायवर्ट किया गया है. रूट डायवर्जन 21 जुलाई रात 10:00 बजे से 22 जुलाई रात 12:00 बजे तक लागू रहेगा.

महंत नारायण गिरी के मुताबिक, श्रावण मास, श्रावण सोमवार और श्रावण शिवरात्रि के लिए जिन भक्तों ने रूद्राभिषेक के लिए पंजीकरण कराया है, उन्हें गेट नंबर दो से अंदर लाया जाएगा. चतुर्दशी और श्रावण शिवरात्रि का जल 2 अगस्त को अपराह्न 3.30 से शुरू होकर शनिवार 3 अगस्त को 3.50 तक चढ़ेगा.. सभी कांवडिएं रात्रि तक जलाभिषेक करके चले जाएंगे. श्रावण शिवरात्रि पर मंदिर समिति ने ये भी तय किया है कि कोई भी स्वयंसेवक बीच में खुद भगवान का जलाभिषेक नहीं करेगा और ना ही अपने परिवार से ही जलाभिषेक कराएगा.

सावन के पहले सोमवार पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर पहुंचेंगे. चौधरी मोड़ की ओर से हापुड़ तिराहा नेरठ तिराहा की ओर जाने वाले वाहनों को घण्टाघर पलाईओवर के उपर से भेजा जायेगा. घंटाघर फ्लाईओवर से नीचे जस्सीपुरा और हापुड़ तिराहा की ओर किसी भी दशा में किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया जायेगा. प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में एक अगस्त से 3 अगस्त तक कावड़ मेले का आयोजन होगा.

मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि 22 जुलाई से 19 अगस्त तक प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में श्रवण महामहोत्सव मनाया जाएगा. इस दौरान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में लाखों शिव भक्त कांवडिएं भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना करेंगे और उनका जलाभिषेक करेंगे. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड समेत देश के सभी राज्यों से भक्त पूजा-अर्चना के लिए आएंगे.

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विजयनगर की और से आने वाले शहन गौशाला बैरियर से आगे दुधेश्वर नाथ मन्दिर की ओर नहीं जा सकेंगे. दूधेश्वर नाथ मन्दिर पर चौधरी मोड़ की ओर से जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को रामलीला मैदान में पार्क करेंगे और जलाभिषेक के लिए मन्दिर तक पैदल जायेंगे. विजयनगर की ओर से जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को मिलिट्री ग्राउण्ड में पार्क करेंगे एवं जलाभिषेक के लिए मन्दिर तक पैदल जायेंगे.

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