नई दिल्ली/गाजियाबाद: पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद लोगों में बेहद आक्रोश है. इस घटना के बाद देशभर के डॉक्टरों में काफी गुस्सा है. आईएमए की गाजियाबाद इकाई ने कोलकाता की घटना को लेकर गाजियाबाद ने 24 घंटे के लिए ओपीडी बंद करने की घोषणा की है. इसके साथ ही सभी प्रकार की नॉन इमरजेंसी सेवाएं भी बाधित रहेंगी.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (गाजियाबाद) की अध्यक्ष डॉ वाणी पुरी ने प्रेसवार्ता में बताया आईएमए एक स्ट्रक्चर्ड बॉडी है. आईएमए मुख्यालय से जो आदेश प्राप्त होते हैं उसी के अनुसार जिला इकाई काम करती है. शनिवार, 17 अगस्त 2024 को सुबह 6 से रविवार, 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक गाजियाबाद के सभी डॉक्टर ओपीडी सेवाएं पूर्ण रूप से बंद रखेंगे. अन्य सभी प्रकार की नॉन इमरजेंसी सेवाएं भी पूर्ण रूप से बंद रहेगी.
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इस अवधि के दौरान केवल इमरजेंसी सेवाओं का संचालन होगा. गाजियाबाद में आईएमए की दो ब्रांच है. आईएमए गाजियाबाद और आईएमए वेस्ट गाजियाबाद. इमा बेस्ट गाजियाबाद की तकरीबन एक हजार डॉक्टर मेंबर्स हैं. हमें इंडियन डेंटल एसोसिएशन गाजियाबाद, फिजियोथैरेपिस्ट संगठन और मेडिकल रिप्रेजेंटटिव संगठन का भी हमें सहयोग मिला है.
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ बृजपाल सिंह त्यागी का कहना है कि आईएमए के आह्वान पर कल अस्पताल की ओपीडी और लैब से संबंधित तमाम सेवाएं बंद रहेंगी. कोलकाता की घटना कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई प्रकरण इस तरह के सामने आ चुके हैं. आप सभी डॉक्टर को अपनी सुरक्षा के लिए मजबूती से डटना पड़ेगा. डॉक्टर कमजोर नहीं है वह अपने हक के लिए आवाज उठाने में सक्षम हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (उत्तर प्रदेश) के फाइनेंस सेक्रेटरी डॉक्टर आशीष अग्रवाल का कहना है हमें उम्मीद थी कि सरकार द्वारा कोई सा कदम उठाया जाएगा. लेकिन कई दिन भी जाने के बाद राक्षसों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है. आईएमए ने अब अपना मूवमेंट शुरू कर दिया है. 24 घंटे के लिए आईएमए ने ओपीडी सेवाओं को बंद रखने का फैसला लिया है. यदि सरकार इसके बाद भी कोई सख्त कदम नहीं उठाती है तो आगे के लिए रणनीति तैयार की जाएगी.
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