भोपाल: एमपी से राज्यसभा के लिए केरल के भाजपा नेता जॉर्ज कुरियन को निर्विरोध चुन लिया गया है. वो केंद्र सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी व अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री हैं. केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हुई थी. एमपी से राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद जॉर्ज कुरियन ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व, एमपी भाजपा के कार्यकर्ताओं और मध्यप्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया है.
'दोनों राज्यों के रिश्ते होंगे मजबूत'
जॉर्ज कुरियन को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, "मध्य प्रदेश और केरल के बीच संबंध और मजबूत होगा. हमारे परमपूज्य शंकराचार्य जी नर्मदा के किनारे आकर अपनी साधना के बलबूते पर सनातन को दुनिया में एक नया रूप दिया. हमारा रिश्ता और मजबूत हो गया, जब भारत सरकार के मंत्री जॉर्ज कुरियन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए." सीएम ने जॉर्ज कुरियन को बधाई देते हुए कहा कि, "हमें आशा है कि आपके लंबे राजनीतिक अनुभव का फायदा मध्य प्रदेश को मिलेगा."
मध्यप्रदेश से निर्विरोध राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने पर केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री जॉर्ज कुरियन जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 27, 2024
निश्चित ही मध्यप्रदेश से राज्यसभा में आपकी उपस्थिति प्रदेश की आवाज को और अधिक सशक्त करेगी।@GeorgekurianBjp @vdsharmabjp@kumarviveksahu pic.twitter.com/69s5lcwUH6
'एमपी और केरल के रिश्तों को देगें नया आयाम'
खजुराहो से सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कुरियन को बधाई दी. उन्होंने कहा कि, "केंद्र सरकार में मंत्री जॉर्जकुरियन, जो कि केरल से आते हैं और आज मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं. मैं उनको मध्य प्रदेश भाजपा की तरफ से शुभकामनाएं देता हूं." मध्य प्रदेश से राज्य सभा पहुंचने पर जॉर्ज कुरियन ने एमपी और केरल के रिश्तों का नया आयाम देने की बात कही है. इस दौरान उन्होंने एमपी सरकार द्वारा केरल को बाढ़ राहत के लिए 20 करोड़ रुपये देने पर धन्यवाद भी दिया.
कुरियन की वफादारी का भाजपा ने दिया ईनाम
जॉर्ज कुरियन का जन्म केरल के एट्टुमानूर के नंबियाकुलम में हुआ था. उन्होंने अपनी पढ़ाई कोट्टायम से की. उन्होंने लॉ में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. वो सुप्रीम कोर्ट में वकील भी रह चुके हैं. राजनीति में कुरियन का पदार्पण साल 1980 में हुआ. शुरु में उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा में लंबे समय तक काम किया. उन्होंने संगठन में विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभाली. वे इससे पहले राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. उन्हें केरल में बीजेपी का क्रिश्चियन चेहरा माना जाता है. कुरियन ने संघ परिवार के साथ केरल की ईसाई बेल्ट में वैचारिक रूप से उस समय काम करना शुरू किया था. वह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करने वाले पहले मलयाली थे.
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केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी से हारे थे पहला चुनाव
जॉर्ज कुरियन ने पहला चुनाव पुथुपल्ली विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के खिलाफ लड़ा था. तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके पहले जॉर्ज कुरियन अटल बिहारी वाजपेई सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे भाजपा नेता ओ राजगोपाल के ओएसडी के पद पर 1999 से 2024 तक काम किया. इसके बाद उनके काम को देखते हुए पार्टी ने उन्हें केरल ईकाई कोर कमेटी का सदस्य और उपाध्यक्ष बना दिया. वर्तमान में कुरियन मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी व अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं.