कुरुक्षेत्र: शंखनाद और महाआरती के साथ बुधवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 कार्यक्रम का समापन हुआ. इस महाआरती संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा. सन्निहित सरोवर और ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर हजारों दीपक जलाए गए. इसके अलावा 48 कोस के तीर्थ स्थलों पर भी दीपक रोशन किए गए. दीपोत्सव का दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा. इस दौरान हवा में रंग-बिरंगे हिंडोले भी छोड़े गए और आतिशबाजी का नजारा भी देखने लायक था.
गीता जयंती महोत्सव का समापन: शंखनाद के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी समेत केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और तमाम कैबिनेट मंत्रियों ने महाआरती में हिस्सा लिया. इस दौरान सीएम नायब सैनी ने दीपदान भी किया. ब्रह्मसरोवर पर आरती से पहले पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों का उच्चारण किया गया.
दीपोत्सव रहा आकर्षण का केंद्र: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का ये समारोह दीपोत्सव के कारण बहुत अद्भुत रहा और हजारों दीपों की दीपमाला से ब्रह्मसरोवर ही नहीं कुरुक्षेत्र का दृश्य अद्भुत नजर आया. भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की ही भूमि पर महाभारत के युद्ध के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया. जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है.
सीएम ने प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं: सीएम ने कहा कि इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है. इस महाभारत के बीच शांति का संदेश देना किसी भी इतिहास में नजर नहीं आया है. उन्होंने कहा कि महोत्सव के कार्यक्रमों को आनलाईन प्रणाली से देश-विदेश तक पहुंचाया गया. इस महोत्सव के संत सम्मेलन, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव बेहतरीन कार्यक्रम रहे. उन्होंने कहा कि 28 नवंबर से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के सभी कार्यक्रमों को अच्छे ढंग से आयोजित करने और शहर की समाजसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करके प्रशासन ने सराहनीय कार्य किया है.
15 दिसंबर तक जारी रहेगा शिल्प मेला: गीता महोत्सव का भले ही समापन हो गया हो, लेकिन यहां लगा सरस और शिल्प मेला 15 दिसंबर तक जारी रहेगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुरुक्षेत्र बाईपास के निर्माण के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है. जिसका निर्माण जल्द ही शुरू किया जाएगा. इस बाईपास के निर्माण से ना केवल कुरुक्षेत्र निवासियों को बल्कि आस-पास के क्षेत्रों के लोगों को भी लाभ मिलेगा, जिससे इस पवित्र भूमि में बेहतर कनेक्टिविटी और बेहतर बुनियादी ढांचा सुनिश्चित होगा.
'कुरुक्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा': इसके अलावा कुरुक्षेत्र को भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा और पवित्र नगरी हरिद्वार से जोड़ने के लिए रेल सेवा शुरू की जाएगी. श्री कृष्णा सर्किट योजना के तहत महाभारत युद्ध से संबंधित 134 स्थलों को लगभग 175 करोड़ रुपये के अनुमानित लागत से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. गीता स्थली, ज्योतिसर में 205 करोड़ रुपये के निवेश से महाभारत थीम पर आधारित ज्योतिसर अनुभव केंद्र का निर्माण भी किया जा रहा है. इस अनुभव केंद्र का हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली उद्घाटन किया था.