इंदौर (PTI)। 9 साल पहले पाकिस्तान से भारत आई 33 वर्षीय गीता को 8वीं का एग्जाम दिलाने की अनुमति मिल गई है. अगले सप्ताह से शुरू होने वाली परीक्षा में वह शामिल होगी. मध्यप्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय शिक्षा बोर्ड के निदेशक प्रभात राज तिवारी ने बताया, ''गीता के आवेदन को मंजूरी देते हुए हमने उसे कक्षा 8 की परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी है और उसे जल्द ही उसका प्रवेश पत्र मिल जाएगा.'' बता दें कि राज्य मुक्त विद्यालय द्वारा कक्षा 8वीं की परीक्षा आयोजित की जाती है. शिक्षा बोर्ड की 21 मई से परीक्षा होगी और 28 मई को समाप्त होगी.
इंदौर में एनजीओ कर रहा है गीता की मदद
इंदौर स्थित एक गैर सरकारी संगठन आनंद सर्विस सोसाइटी, गीता को कक्षा 8 की परीक्षा में बैठने में मदद कर रहा है. इसके सचिव ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया "गीता का असली नाम राधा है. वह वर्तमान में अपनी मां मीना पंधारे के साथ महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में रहती हैं. पाकिस्तान से भारत लौटने के बाद गीता लगभग 5 साल तक इंदौर में रही. उसने 2020 में कक्षा 5 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन COVID-19 महामारी के प्रकोप और अन्य कारणों से वह आगे की पढ़ाई नहीं कर सकी."
सरकारी नौकरी करना चाहती है गीता
गीता पढ़ाई करके आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनना चाहती है. अगर गीता कक्षा 8 की परीक्षा पास कर लेती है तो वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए कोटा के तहत सरकारी भर्ती के लिए पात्र बन सकती है. गीता छत्रपति संभाजीनगर स्थित एनजीओ प्रोग्रेसिव लाइफ सेंटर की मदद से अपनी कक्षा 8वीं की परीक्षा की तैयारी कर रही है. सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ मोनिका पुरोहित भी ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से गीता को परीक्षा के लिए तैयार कर रही हैं. गीता लगन से अपनी कक्षा 8 की परीक्षा की तैयारी कर रही है, हालांकि उसे हिंदी और संस्कृत में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
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गलती से ट्रेन में बैठकर पहुंच गई थी पाकिस्तान
बता दें कि गीता करीब 23 साल पहले बचपन में गलती से ट्रेन में चढ़ने के बाद पाकिस्तान चली गई थी. वह पाकिस्तान रेंजर्स को लाहौर रेलवे स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी हुई मिली थी. मूक-बधिर लड़की को पाकिस्तान की ईधी फाउंडेशन नामक सामाजिक संस्था की बिलकिस ईधी ने गोद लिया था और कराची में अपने साथ रखा था. तत्कालीन विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के प्रयास से गीता भारत लौटी थी. उसे इंदौर में एक एनजीओ के आवासीय परिसर में भेज दिया गया ता. गीता को 2021 में उसके परिवार को सौंपा गया था.