गोरखपुर: रामगढ़ ताल, गीता प्रेस, गोरखनाथ मंदिर, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल शहादत स्थली और शहीद अशफाक उल्ला खां चिड़ियाघर, रेल म्यूजियम, गोरखनाथ मंदिर और रामगढ़ ताल में लेजर लाइट शो जैसे पर्यटन केंद्र का गोरखपुर में विस्तार हुआ है. इससे पर्यटकों की आमद बढ़ी है. गर्मी की छुट्टियों में यहां बढ़ती भीड़ को देखते हुए गोरखपुर विकास प्राधिकरण "टूरिज्म पोटेंशियल" को ध्यान में रखकर शहर में वाटर पार्क की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से एक ऐसा वर्ल्ड क्लास फीचर युक्त वाटर पार्क बनाने की तैयारी में जुट गया है, जिसका निर्माण करीब 10 एकड़ क्षेत्रफल में होगा.
क्या होगा वॉटर पार्क में खासः इस वॉटर पार्क में स्लाइड्स, थ्रिलिंग राइड्स और किड्स फ्रेंडली जोन भी बनाए जाएंगे. वाटर पार्क तक पहुंचाने के लिए कनेक्टिविटी का भी खास ध्यान दिया गया है. इसे फोर लेन के किनारे बनाया जाना है जो गोरखपुर से कुशीनगर, गोरखपुर से लखनऊ और गोरखपुर से वाराणसी रूट को भी कनेक्ट करेगा. इससे अनुमान है कि इस शहर के लोगों को और यहां आने वाले पर्यटकों को वाटर पार्क की कमी महसूस नहीं होगी. जिसका आनंद उठाने लोग लखनऊ और कानपुर तक की यात्रा करते हैं.
इस साल 3000 विदेशी सैलानी आए गोरखपुर मेंः 1 जनवरी से 31 अक्टूबर 2024 तक अलग-अलग देशों से गोरखपुर में 3000 से अधिक विदेशी सैलानी आ चुके हैं. यह आंकड़ा यहां होटलों में ठहरने वालों का है. साल 2023 में नवंबर तक कुल 28 लाख टूरिस्ट गोरखपुर आए थे. इनमें से बड़ी तादाद में टूरिस्ट होटलों में ठहरे थे.
एक वॉटर पार्क बंद हो चुकाः सर्किट हाउस रोड पर नीर निकुंज नाम का एक वॉटर पार्क संचालित होता था, जो कुछ अनियमिताओं की वजह से ध्वस्तीकरण का शिकार हो गया. गोरखपुर के लोग इसका लुत्फ उठाने से पिछले 4 सालों से वंचित हो गए हैं. ऐसे में पर्यटकों की बड़ी संख्या इसके लिए राजधानी लखनऊ की तरफ मूव कर जाती है.
जीडीए उपाध्यक्ष ने दी यह जानकारीः गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंद वर्धन सिंह ने बताया कि गोरखपुर में पर्यटन बढ़ रहा है. रामगढ़ ताल इसके आकर्षण का बड़ा केंद्र बना है. ताल में क्रूज से लेकर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, मोटर बोटिंग और पैरासेलिंग जैसी चीजों के होने से यहां आने वालों की संख्या बढ़ी है. चिड़ियाघर में भी बड़ी संख्या पर्यटकों की आमद हो रही है. एंटरटेनमेंट यानी कि मनोरंजन की कड़ी में पर्यटकों के लिए वॉटर पार्क का यह प्रोजेक्ट एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा. प्राधिकरण इसका निर्माण करने के बाद संचालित करेगा. स्थितियों के अनुकूल होने पर इसे पीपीपी मॉडल पर भी संचालित करने की भूमिका तय की जाएगी जिस लोकेशन पर यह बनाया जाएगा उधर कई बड़े आवासीय प्रोजेक्ट के भी निजी और सरकारी क्षेत्र में लांच होने की संभावना है.
बेहतरीन होगी वॉटर पार्क की लोकेशनः जीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि यह वॉटर पार्क जिस स्थान पर बनाया जायेगा वह वह प्राकृतिक दृष्टि से भी बहुत अच्छा क्षेत्र है. वाटर पार्क को मौजूदा दौर की सुविधाओं और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट से गोरखपुर के टूरिज्म पोटेंशियल को निश्चित रूप से बड़ा लाभ मिलेगा. इसके अंदर फूड कोर्ट और एक्सेस रोड्स के लिए खूबसूरत डिजाइन तैयार की जा रही है. इसमें सुरक्षा, हाइजीन और क्राउड मैनेजमेंट यानी की भीड़ के नियंत्रण पर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा.
पर्यटकों को सुविधाजनक लोकेशन मिलेगीः उन्होंने बताया कि पूर्व में सर्किट हाउस रोड के चंपा देवी पार्क क्षेत्र में जो वॉटर पार्क संचालित होता था उस एरिया में इसे बनाया जाना मौजूदा समय में इसलिए संभव नहीं हो पा रहा है क्योंकि, उस भूमि पर करीब 5000 लोगों की क्षमता का रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर जैसा केंद्र बनाया जाना पास हो चुका है इसलिए इसे शहर से बाहर लेकिन ऐसी कनेक्टिविटी पर स्थापित करने का प्लान तैयार हुआ है, जहां लोगों को पहुंचने में कोई असुविधा नहीं होगी.
जीडीए को ढेरों उम्मीदेंः उन्होंने बताया कि निश्चित रूप से यह शहर में विश्व स्तरीय आनंद का एक बड़ा ऑप्शन बनेगा जो कहीं न कहीं शहर के संपूर्ण विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा. इसके माध्यम से इकोनॉमिक और टूरिज्म ग्रोथ बूस्ट करेगा. यह अल्ट्रा मॉडर्न वॉटर पार्क न केवल गोरखपुर के निवासियों को उच्च श्रेणी का आनंद प्रदान करेगा, बल्कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट को भी अपनी ओर आकर्षित करेगा. इसके माध्यम से स्थानीय आर्थिकिकी भी मजबूत होगी.
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