रुद्रप्रयाग: इस साल 10 मई को तुंगनाथ धाम और 20 मई को मद्महेश्वर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. इसी बीच केदारनाथ धाम यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड स्थित गौरी माई मंदिर के कपाट आज बैसाखी के पावन पर्व पर विधि-विधान के साथ आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं.
माता की डोली का श्रद्धालुओं ने किया भव्य स्वागत: बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से कुछ दिन पहले गौरी माई मंदिर के कपाट खोलने की पौराणिक परंपरा है. शनिवार को बैसाखी के पर्व पर सुबह गौरी गांव स्थित चंडिका मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद माता की भोग मूर्ति को कंडी में सजाकर वेद मंत्रोच्चार के साथ-साथ गौरीकुंड स्थित मां गौरी माई मंदिर के लिए प्रस्थान किया गया. इसी बीच भारी संख्या में स्थानीय निवासी मौजूद रहे. साढ़े आठ बजे माता की डोली मंदिर में पहुंची. डोली का व्यापारियों, मंदिर समिति कर्मचारियों और श्रद्धालुओं ने फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया. मंदिर परिक्रमा करने के बाद कंडी में रखी माता की मूर्तियों को मंदिर में विराजमान किया गया. इसके बाद सभी आम श्रद्धालु माता के दर्शन गौरीकुंड स्थित मंदिर में कर पाएंगे.
10 मई को खुलेंगे भगवान तुंगनाथ के कपाट: बता दें इस साल भगवान तुंगनाथ के कपाट 10 मई को दोपहर 12 बजे कर्क लग्न में ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जाएंगे. वहीं 20 मई को मद्महेश्वर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. दोनों धामों की डोली का यात्रा पड़ावों पर भव्य स्वागत किया जाएगा.
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