उदयपुर : शहर की शान विश्व प्रसिद्ध फतेहसागर झील लबालब होकर ओवरफ्लो हो गई है. शनिवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने शहरवासियों की उपस्थिति में पूजा-अर्चना कर फतेहसागर के गेट खोले. इसके साथ ही समूचा उदयपुर खुशी से झूम उठा. पाल पर मौजूद लोगों ने जयकारे लगाकर खुशी व्यक्त की.
उदयपुर में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से झीलों में तेजी से पानी की आवक हो रही है. इससे पहले पिछोला झील के लबालब होने पर स्वरूपसागर के गेट खोले गए थे, जिससे फतेहसागर का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था. शनिवार को फतेहसागर का जलस्तर 13 फीट होने के बाद दोपहर 1 बजे गेट खोलने की घोषणा की गई. दोपहर ठीक 1 बजे आमजन को अलर्ट करने के लिए सायरन बजाया गया. इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों ने डाउन स्ट्रीम का जायजा लिया, ताकि पानी के बहाव से को नुकसान ना हो. इसके बाद जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल, उदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन, अतिरिक्त मुख्य अभियंता संजीव शर्मा ने विधिवत पूजा अर्चना की. जिला कलेक्टर ने जल देवता को पुष्प और श्रीफल अर्पित किए. इसके बाद एक-एक करके फतेहसागर के 4 गेट 6-6 इंच क्षमता में खोले गए.
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लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं : गेट खुलने के साथ ही रपट पर पानी बहना शुरू हो गया. यह देखकर लोगों का उत्साह दोगुना हो गया. वीकेंड पर गेट खुलने से पाल पर देर रात तक लोगों का जमघट लगा रहा और वीकेंड इंजाॅय किया. जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल ने शहर की सभी झीलों सहित बांध-तालाबों के लबालब होने पर जिलेवासियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि ईश्वर और प्रकृति के आशीर्वाद से जिले में पर्याप्त वर्षा हुई है. फतेहसागर और पिछोला जैसी झीलें उदयपुर के पर्यटन की आधार हैं. झीलें भरने से पर्यटकों की बहार रहेगी, जिससे उदयपुर में पर्यटन आधारित आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी. जिला कलेक्टर ने पर्यटकों और शहरवासियों से जल स्रोतों के आसपास भ्रमण के दौरान सावधानी बरतने की भी अपील की, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो.