हरिद्वार: 22 जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला 2 अगस्त को संपन्न हो गया है. कांवड़ मेला 2024 में देशभर से 4 करोड़ 14 लाख कांवड़िया गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुंचे थे. इसी बीच कांवड़िया करीब 6 हजार मीट्रिक टन कूड़ा हरिद्वार के गंगा घाटों और हाईवे पर छोड़ कर गए. नगर निगम इस कूड़े को उठाने का कार्य कर रहा है. नगर निगम ने 24 घंटे में लगभग 80 फीसदी कूड़ा उठा लिया है और शेष कूड़ा भी कुछ घंटों में उठाने की बात कही जा रही है. इस कार्य के लिए 1000 से ज्यादा कर्मचारी लगाए थे.
नगर निगम ने उठाया 80 फीसदी कूड़ा: हरिद्वार के मुख्य नगर आयुक्त वरुण चौधरी ने बताया कि इस बार का कांवड़ मेला हमारे लिए काफी चुनौती पूर्ण रहा, लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम के कर्मचारियों और नगर निगम ने बहुत अच्छा कार्य किया है. उन्होंने कहा कि हमने 80 प्रतिशत कूड़ा उठा लिया है और शाम तक सभी घाटों और क्षेत्र की पूरी तरह सफाई कर दी जाएगी. वहीं, जो कचरा शेष है, उसे भी जल्द उठा लिया जाएगा.
कचरे में सबसे ज्यादा पॉलिथीन की मात्रा: वरुण चौधरी ने बताया कि कांवड़ियों द्वारा छोड़े गए कचरे में बड़ी मात्रा में पॉलिथीन है, जिसका हरिद्वार में प्रयोग वर्जित है. उन्होंने बताया कि नगर निगम ने दिन-रात कूड़ा निस्तारण का कार्य किया है और तमाम घाटों पर साफ-सफाई की व्यवस्थाएं की.
डीएम और एसएसपी ने भगवान शिव का किया जलाभिषेक: वहीं, कांवड़ा मेला सकुशल संपन्न होने के बाद डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने हरकी पौड़ी पर गंगा पूजन किया और गंगाजल भरकर दक्ष मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया. दोनों अधिकारियों ने मेला संपन्न होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार की जनता, कांवड़ियों और कांवड़ ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त किया.
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